July 31, 2025 |

NEWS FLASH

Latest News
महिला अधिकारी ने डीएमसी के खिलाफ की थी झूठी शिकायत ! प्रशासन की जांच में आरोप पाए गए गलत, किसके शह पर बिछाए गए थे मोहरे पढ़िए पूरी रिपोर्ट…शोक समाचार :  पत्रकार एवं छत्तीसगढ़ अखबार वितरक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विनोद सिन्हा नहीं रहेONC BAR पर प्रशासन की चुप्पी पर उठा विवाद, विश्व हिंदू परिषद ने जताई नाराज़गीबिलासपुर कलेक्टर की अनुकरणीय पहल – पशु व जनहित में सराहनीय कदमसीएम साय ने किया ‘गौ विज्ञान परीक्षा अभियान 2025’ का शुभारंभग्रीन उद्यम की परिकल्पना को साकार करने साय सरकार दे रही विशेष पैकेज: उद्योग मंत्री श्री लखन लाल देवांगनबालको महिला मंडल ने धूमधाम से मनाया तीज महोत्सव“जब कोई साथ नहीं होता… तब ‘आगाज़ इंडिया’ साथ होता है” ‘आख़िरी सफर’ — एक संवेदनशील और मानवीय पहलकोरबा मेडिकल कॉलेज में अब ‘सफाई घोटाला’ ! एक माह का टेंडर बना 6 माह का, अपात्र फर्म को काम देने की तैयारी, 100 की जगह 200 सफाईकर्मी करने की साज़िश ?रायगढ़-रायपुर NH में बिखरे मिले मवेशियों के शव तेज रफ्तार ने ली 18 गायों की जान
छत्तीसगढ़

जशपुर विकासखंड में तिब्बती कालीन निर्माण प्रशिक्षण शुरू

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

महिलाओं को बनाया जा रहा आत्मनिर्भर

जशपुरनगर (ग्रामयात्रा छत्तीसगढ़ )। जशपुर कलेक्टर रोहित व्यास के नेतृत्व एवं मुख्य कार्यापालन अधिकारी अभिषेक कुमार के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत जशपुर विकासखंड के  बालाछापर महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क में  20 मार्च से शुरू की गई है। चयनित  गतिविधियों में से एक कालीन निर्माण पर प्रशिक्षण कार्यक्रम छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड  के तत्वाधान में एवं जिला खनिज संसाधन न्यास के सौजन्य से करवाया जा रहा है । यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 48 दिनों तक चलेगा जिसमें बालाछापर ग्राम पंचायत एवं आसपास के  बिहान की स्व सहायता समूह की महिलाएं शामिल है।

इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाएं को गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण करवाकर तथा रोजगार से जोड़कर उनके आय ने समुचित वृद्धि किया जाना है । इस प्रशिक्षण में बालाछापर , जामटोली इचकेला , रजौटी की महिलाएं प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं । प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत राजेंद्र राजवाड़े , संभागीय प्रबंधक , छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प बोर्ड सरगुजा संभाग  द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन जिला जशपुर के सहयोग से  दिनांक 20 मार्च से किया गया है । यह प्रशिक्षण कार्यक्रम  संभाग स्तरीय प्रशिक्षक श्रीमती चिंतामणि भगत के देख-रेख में किया जा रहा है । प्रशिक्षण एवं उत्पादन हेतु सामग्री हस्तशिल्प विभाग द्वारा प्रदान की जा रही है एवं उत्पादित सामग्री को सीधे तौर पर हस्तशिल्प बोर्ड द्वारा  खरीदने की योजना है।

वर्तमान में 20 महिलाओं को मुफ्त प्रशिक्षण के साथ साथ मजदूरी भी प्रदान की जाएगी । यह कालीन तिब्बती कालीन के तर्ज पर आकर्षक एवं सुंदर होगा और अच्छी कीमत पर स्थानीय एवं बाहर के बाजारों के लिए उपलब्ध रहेगा    प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली स्व सहायता समूह की सदस्य श्रीमती सरोज भगत एवं श्रीमती ललिता भगत ने बताया कि ष् कालीन प्रशिक्षण बहुत ही रोचक है और निश्चित रूप से रोजगार सृजन की दिशा में सार्थक साबित होगा और हमारे  जीवन में धनात्मक परिवर्तन लाएगा ष् । प्रशिक्षण पश्चात  महिलाओं द्वारा ऑन जॉब उत्पादन शुरू किया जाना प्रस्तावित है एवं वजन एवं गुणवत्ता के आधार पर हस्तशिल्प बोर्ड उत्पादित सामग्री बाय बैक  कर लेगी । सामग्री हस्तशिल्प बोर्ड द्वारा प्रदान की जाएगी एवं प्रशिक्षण तथा उत्पादन की सतत मॉनिटरिंग भी की जाएगी और बेहतर तथा गुणवत्तापूर्ण उत्पाद तैयार करने और बाजार उपलब्ध कराये जायेंगे । ज्ञातव्य हो कि जिला प्रशासन द्वारा जशपुर जिले में हस्तशिल्प से संबंधित  बांस , लकड़ी , छिंद कांसा टोकरी एवं कालीन उत्पादों का गुणवत्तापूर्ण निर्माण  एवं मूल्य संवर्धन कर  विशेष ब्रांड के तहत विक्रय किए जाने की योजना पर  कार्य किया जा रहा है ।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also
Close