December 23, 2024 |

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कानाफूसी : अहिवारा की तासीर ऐसी कि अब तक कोई भी प्रत्याशी दूसरी बार नहीं जीता, 2023 में क्या टूटेगा ये भ्रम..

Gram Yatra Chhattisgarh
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भिलाई – छत्तीसगढ़ की अहिवारा विधानसभा सीट से अब तक कोई भी प्रत्याशी दूसरी बार जीत दर्ज करने में कामयाब नहीं हुआ है। यहां के पानी की सीरत ही कुछ ऐसी है। पिछले तीन बार हुए चुनाव पर नजर दौड़ाएं तो तस्वीर साफ हो जाएगी। भाजपा यहां से 2 बार जीत हासिल करने में कामयाब रही है। वहीं कांग्रेस को एक बार सफलता मिली है।

इस बार पूर्व विधायक डोमनलाल कोर्सेवाड़ा और वर्तमान भिलाई-चरोदा के महापौर निर्मल कोसरे के बीच मुकाबला है। एक अहिवारा क्षेत्र में निवासरत हैं, तो दूसरा भिलाई-चरोदा से निकलकर आ रहा है। अहिवारा विधानसभा क्षेत्र में कुल 2,20,416 मतदाता हैं।

 

पहली बार जीते कोर्सेवाड़ा

अहिवारा विस क्षेत्र से 2008 में भाजपा के डोमनलाल कोर्सेवाड़ा ने जीत दर्ज किया। अगले चुनाव में उनको मौका नहीं मिला। यहां से 2013 में राजमहंत सावलाराम डहरे को भाजपा ने अधिकृत प्रत्याशी के तौर पर उतारा। राजमहंत ने कांग्रेस के ओनी कुमार महिलांग को शिकस्त दी। 2018 में वे दूसरी बार अहिवारा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी गुरु रुद्र कुमार से मुकाबला करने मैदान में उतरे। दूसरी बार में वे कामयाब नहीं हुए। गुरु रुद्र कुमार ने उनको बड़े अंतर से हराया।

 

अहिवारा को शहर बनने में लगेंगे 2 दशक

अहिवारा विधानसभा क्षेत्र गांव से रेंगते हुए कस्बा बनने की दिशा अग्रसर है। राष्ट्रीय राजमार्ग से लगे भिलाई-चरोदा के कुछ क्षेत्र को छोड़ दें, तो शेष गांव ही है। ग्रामीण अंचल में सड़कों का जाल बिछ रहा है। इसके साथ-साथ नए स्कूल और सरकारी भवन बनते जा रहे हैं। इसके बाद भी लोगों की लाइफस्टाइल आज भी वैसा ही है, जैसा गांवों में रहता है। सुबह और शाम के वक्त गांव के चौपाल में लोगों की बैठक देखने को मिल जाती है। गांव में 50 फीसदी मकान आज भी कच्चे हैं, इसमें से कुछ सरकारी योजना का लाभ उठाकर जरूर कच्चे से पक्के हो गए हैं।

2008 में हुए विधानसभा चुनाव में डोमनलाल कोर्सेवाड़ा (भाजपा) ने ओनी कुमार महिलांग (कांग्रेस) को हराया।

2013 में हुए विधानसभा चुनाव में राजमहंत सावलाराम डाहरे (भाजपा) ने अशोक डोंगरे (कांग्रेस) को शिकस्त दिया।2018 में हुए विधानसभा चुनाव में गुरु रुद्र कुमार (कांग्रेस) ने राजमहंत सावलाराम डाहरे (भाजपा) को हराया।

ग्राम यात्रा छत्तीसगढ़

 

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