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कोरबा। बरसात में कोरबा की खस्ताहाल सड़को से गुजरते हुए आपने भी ठेकेदार को जरूर भला बुरा कहा होगा। लेकिन आपको जानकर ताज्जुब होगा कि निगम ने इन सड़कों को सुधारने के लिए 8 माह पहले ही टेंडर कर दिया था। 22 फरवरी को ठेकेदार जय क्रशर इंडस्ट्रियल कटघोरा को कार्यादेश भी जारी हो गया। लेकिन निर्माण शुरू हुआ अक्टूबर में वो भी टेंडर शर्तो के विरुद्ध डामर के जगह रेत सीमेंट की लेप का खेला हो रहा है। निगम के अधिकारी अजब है शहर में चर्चित ईमानदार आयुक्त के बेइमान अफसर कभी बिना टेंडर के डिवाइडर पेंटिंग करा लेते है तो कभी टेंडर होने के बाद भी काम नहीं करवाना है।
नगर पालिक निगम ने क्षेत्र के विभिन्न वार्ड के अंतर्गत आने वाले सड़को के निर्माण के लिए दिसंबर 2023 में ई टेंडर क्रमांक 150690 जारी किया जिसको 12 जनवरी को खोला गया 2 फरवरी को टेंडर फाइनल होकर कटघोरा के फर्म जय क्रशर इंडस्ट्रीज को आबंटित हो गया। 22 फरवरी को PWD SOR से 4.5% अधिक दर पर अनुबंध और कार्यादेश भी जारी हो गया इसके पहले से ही शहर की सड़कें टूटना शुरू हो गई थी बरसात आते आते तो इन सड़कों का हाल बेहाल हो गया लेकिन सड़क मरम्मत का आदेश जारी किया गया 10 अगस्त 2024 को कार्यपालन अभियंता ट्रांसपोर्ट नगर ज़ोन के लिए आदेश क्रमांक 7875 के तहत सीएसईबी चौक से लेकर गुलाटी इलेक्ट्रॉनिक्स (विश्राम रिजेंसी) तक सड़क के पेच रिपेयर के लिए कार्यादेश दिया। लगभग 4 लाख रुपये में इस सड़क के गड्ढो को डामर से भरना था जिसके लिए 60/70 ग्रेड का डामर यूज़ करना था लेकिन ठेकेदार ने डामर की जगह सीमेंट का उपयोग किया। यहां गौर करने वाली बात ये है कि आदेश के एक माह के भीतर कार्य पूर्ण करना था बावजूद इसके मियाद खत्म होने के बाद जय इंडस्ट्रीज ने काम शुरू किया जो काम किया गया है उसकी गुणवक्ता सड़क पर चलते ही समझ आ जाती है जो दुर्घटना से बचाने नहीं बल्कि दुर्घटना को आमंत्रित करने की गई है। ठेकेदार पर गलत काम करने पर कोई जुर्माना अब तक नहीं लगाया गया है पूर्व की तरह ही अनुमान है इस ठेकेदार के भी बिल को पास कर दिया जाएगा भले ही बाद में कोरबा निगम की ईमानदार आयुक्त फर्म को ब्लैकलिस्टेड कर देंगी लेकिन फिलहाल तो भुगतान होकर रहेगा और गुणवक्ता का सर्टिफिकेट भी फ़ाइल में पूर्व की तरह ही लग जाएगा क्योंकि अधिकारियों को मालूम है कि आयुक्त कितनी भी ईमानदार क्यों न हो कार्रवाई की गाज उन तक नहीं आनी है न ही अधिकारियों के कमीशन लेने पर मनाही है यही वजह है निगम में भ्रष्टाचार बंद होने का नाम नहीं ले रहा है। इस मामले में 52 लाख 25 हजार का पूर्ण गबन होने का अनुमान है इससे पहले साल 2023 में ही इन्ही सड़को के लिए जारी हुयर 50-50 के दो और टेंडर के राशि का क्या हाल है ये तो पेमेंट करने वाले आयुक्त ही जाने।
यहां गौर करने वाली बात है कि लोग हो रही परेशानी के लिए ठेकेदार को कोस रहे है लेकिन यहां बिना अधिकारियों की मिली भगत के ये संभव नहीं था निगम इंजीनियरों की देखरेख में पहले अमानक सड़क का निर्माण हुआ परफॉर्मेंस गारंटी का बहाना कर नाम मात्र रिपेयरिंग कर दी गई। अभी दिसंबर में टेक्निकली ठेकेदार ने जो 3 साल गारंटी दी थी सो पूरी हो गई, लेकिन क्या सड़क को सिर्फ 3 साल ही चलना था चला तो वो एक साल भी नहीं ! सड़क डामर के खोल पी-पी कर मरने के कगार पर था गारंटी खत्म होते ही पूरी तरह मर गया।
मौजूदा स्थिति में नगर निगम के द्वारा टीपी नगर क्षेत्र में कुछ गड्ढों को सीमेंट-बालू और गिट्टी के लेप से भरने की कवायद शुरू की गई है लेकिन सीमेंट के लेप से पूरी सड़कों को बराबर किया जाना बहुत ही दुष्कर कार्य है। दशहरा, दीपावली जैसे त्योहार के सीजन में भी लोगों को गड्ढों से छुटकारा मिलता नजर नहीं आ रहा है। दूसरी तरफ नगर निगम के द्वारा क्षेत्र की प्रमुख सड़कों में पेंच वर्क के लिए टेंडर किया गया है। लगभग चार-चार लाख रुपए के टेंडर जारी किए गए हैं। सूत्र बताते हैं कि करीब 50 लाख रुपए की लागत से प्रमुख सड़कों को अलग-अलग भागों में विभक्त कर इन पर पैच वर्क कराया जाएगा। कार्य का ठेका कटघोरा की कंपनी मेसर्स जय क्रशर इंडस्ट्रीज को प्राप्त हुआ है। उसे उक्त कार्य एक माह के भीतर पूर्ण करना होगा और कराए गए कार्य की गारंटी एक वर्ष की अवधि के लिए होगी जिसमें किसी प्रकार की आवश्यकता पड़ने पर ठेकेदार के द्वारा ही कार्य कराया जाएगा। इधर निगम ने सड़कों के गड्ढों को भरने के लिए कार्यादेश तो जारी कर दिया है लेकिन पेंच वर्क के कार्य और टिकाऊपन को लेकर सुगबुगाहट उन लोगों के बीच से निकल पड़ी है, जिनका अनुभव कडुवा है। ऐसे में गड्ढों पर पेंच वर्क के टिकाऊपन और गुणवता से लीपापोती की बजाय इस पर गंभीरता से काम करना होगा। वैसे बताया जा रहा है कि पूर्व के वर्ष में इसी कम्पनी के द्वारा कराए कार्य उस क्षेत्र के लोगों में चर्चा का विषय बने हुए हैं।