डॉ. बंशीलाल महतो: समर्पण, सेवा और छत्तीसगढ़ का गौरव पुण्यतिथि पर विशेष
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कोरबा (ग्रामयात्रा छत्तीसगढ़) डॉ. बंशीलाल महतो का नाम कोरबा के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज है। वे केवल एक नेता नहीं, बल्कि एक कुशल चिकित्सक, समाजसेवी और छत्तीसगढ़ी संस्कृति के सच्चे प्रहरी थे। उनका जीवन आमजन के लिए प्रेरणा का स्रोत है, जिन्होंने अपने हर कार्य से सेवा, सादगी और संघर्ष का उदाहरण पेश किया।—
चिकित्सक के रूप में अद्वितीय योगदान
राजनीति में कदम रखने से पहले बंशीलाल महतो एक समर्पित चिकित्सक थे। वे निर्धन और वंचित वर्ग के लिए मसीहा बनकर सामने आते। उन्होंने गरीबों का निःशुल्क इलाज किया और आम जनता को कोरबा के सबसे कम खर्च में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कीं।
सांसद बनने के बाद भी उनका यह सेवाभाव बरकरार रहा। वे किसी भी कार्यक्रम में जाते, तो वहीं मौजूद लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण करने लगते और उन्हें उपचारित करते। उनका यह मानवीय दृष्टिकोण उन्हें आमजन से गहराई से जोड़ता था।—
एक साधारण नेता, लेकिन असाधारण व्यक्तित्व
स्मरणशक्ति और सादगी
बंशीलाल महतो की स्मरणशक्ति अद्भुत थी। वे एक बार किसी व्यक्ति से मिल लेते, तो सालों बाद भी उसे नाम से संबोधित करते। यह गुण उन्हें जनता के दिलों में अलग स्थान दिलाता था।
भाषा प्रेम
हिंदी और अंग्रेजी पर अच्छी पकड़ होने के बावजूद वे हमेशा छत्तीसगढ़ी में बात करना पसंद करते थे। इस भाषा के प्रति उनका प्रेम और गर्व ऐसा था कि वे इसे अपनी पहचान मानते थे।
रेल और परिवहन सुविधाएं
बंशीलाल महतो ने कोरबा से रायपुर के लिए सीधी ट्रेन सेवा “हसदेव एक्सप्रेस” चालू करवाई, जिससे क्षेत्र के हजारों लोगों को सुविधा मिली। उनके कार्यकाल में कोरबा को बेहतर सड़कों और रेल कनेक्टिविटी का उपहार मिला।
ईएसआईसी हॉस्पिटल की स्थापना
महतो ने कोरबा में ईएसआईसी अस्पताल की स्थापना के लिए विशेष प्रयास किए, जिससे श्रमिक और गरीब वर्ग को सस्ता और गुणवत्तापूर्ण इलाज मिल सके।
प्रशासनिक और बुनियादी विकास
महतो जनता की समस्याओं को गंभीरता से लेते और उन्हें हल करने के लिए लगातार प्रयासरत रहते। वे हर समस्या पर संबंधित अधिकारियों और मंत्रालयों को पत्राचार करते और समाधान तक संघर्ष करते रहे।
व्यक्तिगत और राजनीतिक संघर्ष
डॉ. बंशीलाल महतो ने राजनीति को जनसेवा का माध्यम माना। उन्होंने कभी भी सत्ता को अपने लिए नहीं, बल्कि समाज की भलाई के लिए इस्तेमाल किया।
- उनके कार्यकाल में रेलवे, सड़क और शिक्षा क्षेत्र में बड़े बदलाव हुए।
- वे किसानों, मजदूरों और आदिवासियों की आवाज उठाने वाले नेता थे।
लोकप्रियता का प्रतीक
महतो जनता से गहरे जुड़े हुए थे। उनकी सादगी, जमीन से जुड़े व्यवहार, और सेवा भाव ने उन्हें जनता के बीच अमिट स्थान दिया। वे केवल राजनीति के मंच पर ही नहीं, बल्कि हर आमजन की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते।—
विरासत और प्रेरणा
- डॉ. बंशीलाल महतो का जीवन यह सिखाता है कि सच्ची सेवा सत्ता में नहीं, बल्कि लोगों के दिलों में जगह बनाने में है।
- उनकी पुण्यतिथि पर, हमें उनके जीवन मूल्यों और समाजसेवा के प्रति उनकी निष्ठा से प्रेरणा लेनी चाहिए।
- उनके दिखाए मार्ग पर चलकर ही उनके सपनों के छत्तीसगढ़ का निर्माण किया जा सकता है।