सेक्स सीडी कांड : पूर्व मुख्यमंत्री से लेकर बड़े उद्योगपति शामिल – कैलाश मुरारका
मुरारका ने शपथपत्र में कहा है कि सीडी मामले की जानकारी पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह को पहले से ही थी
रायपुर : बहुचर्चित सेक्स सीडी कांड मामले में चौकाने वाला खुलासा हुआ है. मामले के अभियुक्त कैलाश मुरारका ने कोर्ट में शपथपत्र देकर कई बड़े खुलासे किए हैं।मुरारका ने शपथपत्र में कहा है कि सीडी मामले की जानकारी पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह को पहले से ही थी. उन्हें इस बात की जानकारी थी कि उनके मंत्रियों की अश्लील सीडी बनाई जा रही है।
मुरारका ने अपने बयान में कहा है कि पिछले 25 सालों से वह बीजेपी का सदस्य है. पिछले 15 सालों से पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह के बहुत करीब था और अक्सर उनका सीएम हाउस आना जाना होता था. उन्होंने शपथ पत्र में बताया है कि बीते अगस्त महीने में सीएम हाउस को पता लगा कि सुरेश गोयल ने लवली खनूजा से बातचीत में अश्लील सीडी के लिए 5 करोड़ रूपए का आफर दिया गया है. उन्होंने शपथपत्र में कहा है कि सीएम हाउस के कहने पर वह मुंबई गया था, जहां रिंकू खनूजा ने उसे बताया कि उसके पास मंत्रियों की कोई अश्लील सीडी थी ही नहीं लेकिन सुरेश गोयल लवली खनूजा के साथ मिलकर कई वर्षों से रमन सिंह को ब्लैकमेल करके पैसा वसूल कर रहा है. रिंकू खनूजा ने उसे सुरेश गोयल के साथ टेलीफोन वार्तालाप की एक आडियो क्लिप भी दी गई थी. जिसकी ट्रांस्क्रिप्ट उसने आज कोर्ट में प्रस्तुत किया है।
कैलाश मुरारका ने शपथपत्र में कोर्ट को यह भी बताया है कि उसने सीडी मामले की सारी बातें रमन सिंह के ओएसडी अरूण बिसेन को बताई थी, पर उन्होंने विश्वास नहीं किया और खुद 24 अगस्त 2017 को मुंबई में होटल सहारा स्टार में एक अन्य व्यक्ति के साथ उन्होंने मुलाकात की थी. अक्टूबर में अरूण बिसेन ने उससे दिल्ली में मिलने को कहा. दिल्ली में वह अरूण बिसेन के साथ विजय पंडया से मिला जो लगातार कह रहा था कि उसके पास राजेश मूणत की अश्लील वीडियो है. उन्हें वीडियो दिखाया भी गया. पंडया ने अरूण बिसेन से साढ़े चार करोड़ रूपए की मांग की. मुरारका ने बताया कि उसने पैसे देने पर आपत्ति की और वापस आकर सारी बातें डाॅ.रमन सिंह को बताई. परंतु वे कुछ नहीं बोले. इस घटना के बाद मुरारका की एंट्री सीएम हाउस में बंद हो गई. यही वीडियो लगातार व्हाट्स एप पर सर्कुलेट होता रहा।
कैलाश मुरारका ने सीबीआई को सिलसिलेवार जानकारी दी थी, लेकिन मुरारका के बयानों पर कभी कोई जांच सीबीआई ने नहीं की. आडियो क्लिप दिया, लेकिन उसकी भी जांच नहीं हुई. कोर्ट से कहा गया है कि सीबीआई की जांच सही दिशा में नहीं है, जो बातें मुरारका ने सीबीआई से कही है, उसकी भी जांच की जानी चाहिए।
इस मामले में मुख्य अरोपी कैलाश मुरारका ने कहा है कि मैंने शपथ पत्र देकर कोर्ट के सामने सच्चाई रखी है।मैंने जो कुछ किया वह पूर्व मुख्यमंत्री और उद्योगपति सुरेश गोयल के कहने पर किया है, लिहाजा तथ्यों को मैंने सामने रखा है।मैंने शपथपत्र देकर कहा है कि जो तथ्य सामने रखे हैं सीबीआई उन पहलूओं पर भी जांच करें।>
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