June 28, 2025 |

NEWS FLASH

Latest News
भारतमाला घोटाला: निलंबित पटवारी ने लगाई फांसी, सुसाइड नोट में लिखा- ‘मैं निर्दोष हूं’बलौदाबाजार में फैला डायरिया, कलेक्टर ने अस्पताल पहुंचकर लिया हालात का जायजाडिप्टी सीएम शर्मा ने पंचमुखी बूढ़ा महादेव मंदिर में किया जलाभिषेकनवाचार और तकनीक से सशक्त होंगे अन्नदाता : विष्णुदेव सायगद्दा बनाने वाली फैक्ट्री में लगी आग, युवक की मौत..अवैध सितार निर्माण फैक्ट्री में दबिश, दस्तावेज के अभाव में फैक्ट्री सीलबीजापुर में 13 हार्डकोर नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पणजांजगीर चांपा पुलिस की सराहनीय पहल: निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजनभ्रष्टाचार का बड़ा खेल: एसईसीएल कुसमुंडा में आकस्मिक सेवा वाले कार्यों में मनमाने रेट से भुगतानकोरबा में सांप का आतंक: मुर्गी के बाड़े में घुसा कोबरा, रेस्क्यु टीम ने किया रेस्क्यु
छत्तीसगढ़

बालको की उन्नति से जुड़ी स्व सहायता समूह की महिलाओं ने बनाया हर्बल गुलाल

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

 

बालकोनगर, 13 मार्च, 2025। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने स्व सहायता समूह (एसएचजी) की महिलाओं को गुलाल बनाने के लिए प्रोत्साहित किया। कंपनी के उन्नति परियोजना के अंतर्गत प्रशिक्षिण के माध्यम से एसएचजी सदस्यों ने विभिन्न उत्पाद बनाना शुरू किया है। होली त्यौहार के मौके पर बनाये गुलाल से महिलाओं के जीवन में आत्मनिर्भरता के रंग भर गए हैं, जो उनके लिए अतिरिक्त आय सृजन का जरिया बना।

बालको के उन्नति परियोजना के अंतर्गत डेकोराती माइक्रो-एंटरप्राइज से जुड़ी तीन एसएचजी समूहों की महिलाएं द्वारा गुलाल बनाने का कार्य किया जा रहा है। यह बाजार में नीला, बैंगनी, लाल, पीला, गुलाबी और बैंगनी रंगों में उपलब्ध है। बालको के सहयोग से 2022 में गुलाल बनना शुरू हुआ, एसएचजी महिलाओं ने अब तक 300 किलोग्राम से अधिक हर्बल गुलाल का उत्पादन किया है। स्व सहायता समूह की महिलाओं को आजीविका का सशक्त जरिया दिया है, साथ इस साल अब तक ₹40,000 से अधिक की आय भी अर्जित की है। यह बढ़ता हुआ प्रयास होली के रंगों में स्वावलंबन और सतत आजीविका का प्रतीक बन चुका है।

पौधों की जड़ों और उसके पत्ते से निकाले गए प्राकृतिक रंग हमारी त्वचा के लिए सुरक्षित हैं। पर्यावरण के प्रति जागरूक को बढ़ावा देता है। उन्नति के गुलाल बायोडिग्रेडेबल और पर्यावरण के अनुकूल हैं, जो हमारे स्वास्थ्य के साथ पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं पहुंचाता है। सुगंधित गुलाब जल और केवड़ा जैसे प्राकृतिक अवयवों से तैयार किए गए ये रंग कठोर हानिकारक रसायनों से मुक्त हैं जो आपकी त्वचा के लिए सुरक्षित और कोमल अनुभव सुनिश्चित करते हैं। बालको के उन्नति परियोजना के अंतर्गत एसएचजी सदस्यों द्वारा उन्नति इको और उन्नति हैप्पी दो प्रकार के गुलाल बनाये जा रहे हैं।

कॉर्न स्टार्च में खाद्य रंग को मिलाकर ‘उन्नति इको’ गुलाल बनाया जा रहा है तथा कॉर्न स्टार्च में पौधों के जड़ों पत्तों के रंग को मिलाकर उन्नति इको गुलाल बनाया जा रहा है जो त्वचा को बिना नुकसान पहुंचाये त्यौहार के उत्सव को बढ़ा रहा है। पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले सिंथेटिक रंगों के विपरीत, ‘उन्नति हैप्पी’ सब्जी-आधारित बायोडिग्रेडेबल रंगों से बना है जो होली मनाने के लिए पर्यावरण के प्रति जागरूक विकल्प है। उन्नति इको और उन्नति हैप्पी गुलाल से त्वचा की जलन और आंखों में खुजली जैसी समस्या नहीं होगी। इसमें प्रयोग कॉर्न स्टार्च तथा फलों एवं सब्जियों के अर्क और प्राकृतिक सामग्रियों से बने गुलाल त्वचा और बालों के अनुकूल हैं।
——————————-

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also
Close