SECL के खिलाफ श्रमिक संगठनों का हल्ला-बोल:संडे ड्यूटी और ओवरटाइम बंद किए जाने से नाराजगी, प्रबंधन को उठाना पड़ेगा बड़ा नुकसान
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कोरबा में SECL की मानिकपुर कोल परियोजना में कोयला श्रमिकों की संडे ड्यूटी और ओवरटाइम बंद करने को लेकर श्रमिक संगठन काफी नाराज हैं। प्रबंधन के आदेश के खिलाफ पांचों श्रमिक संगठन एकजुट हो गए हैं। रविवार को उन्होंने मानिकपुर जीएम कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। सुबह के पाली में कोई भी कर्मचारी ड्यूटी नहीं गया। कोलकर्मियों के प्रदर्शन से प्रबंधन को बड़ा नुकसान हो सकता है।
कोलकर्मियों ने प्रबंधन पर मनमानी करने का आरोप लगाया है। श्रमिक नेताओं का आरोप है कि मानिकपुर को छोड़कर कोरबा के किसी भी दूसरे खदान में संडे ड्यूटी और ओवरटाइम को बंद नहीं किया गया है। कहीं न कहीं प्रबंधन मनमानी करते हुए मानिकपुर के कर्मचारियों के साथ भेदभाव कर रहा है।
पांचों श्रमिक संगठनों ने मोर्चा खोला
मोहन सिंह श्रमिक संगठन के संयुक्त सलाहकार समिति के सदस्य ने बताया कि पहली बार पांचों श्रमिक संगठनों ने मोर्चा खोला है, जिसके तहत आज सुबह पाली से ही एसईसीएल के कर्मचारियों ने संगठन को समर्थन दिया है। कोई भी कर्मचारी काम पर नहीं गए हैं।
लगातार कर्मचारियों को शोषण किया जा रहा
भारतीय मजदूर संघ की उपाध्यक्ष शैलेंद्र सिंह ने बताया कि एसईसीएल के इस रवैया से सभी परेशान हैं। लगातार कर्मचारियों को शोषण किया जा रहा है। मनमानी तरीके से आदेश जारी किया जाता है। एचएमएस के श्रमिक नेता एसके श्रीवास्तव ने बताया एसईसीएल के अधिकारियों के द्वारा मनमानी की जा रही है लगातार कर्मचारियों का शोषण किया जा रहा है।