महापौर के घोटालों की बारात: विपक्ष के निशाने पर राजकिशोर प्रसाद
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कोरबा नगर पालिका निगम में लंबे समय से चल रहे घोटाले और भ्रष्टाचार के आरोपों ने जनता का ध्यान आकर्षित किया है। महापौर राजकिशोर प्रसाद पर लगे ये आरोप अब खुले मंच पर सामने लाए जा रहे हैं। कल 30 दिसंबर को नगर पालिका निगम की सामान्य सभा की बैठक के दौरान, भाजपा पार्षद दल महापौर के 5 वर्षों के कार्यकाल में हुए कथित घोटालों को उजागर करने के लिए साकेत भवन से जवाहरलाल नेहरू सभागार तक “घोटाले की बारात” निकालने की तैयारी कर चुका है।
भाजपा के नेता प्रतिपक्ष, हितानंद अग्रवाल, इस अभियान का नेतृत्व करेंगे। अग्रवाल ने महापौर पर सरकारी धन के दुरुपयोग, विकास कार्यों में धांधली, और जनता के हितों की अनदेखी के गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि राजकिशोर प्रसाद के कार्यकाल में पारदर्शिता की जगह भ्रष्टाचार ने ले ली है। जल निकासी परियोजनाओं से लेकर सड़क निर्माण तक, हर जगह अनियमितताओं के मामले सामने आए हैं।
हितानंद अग्रवाल ने जनता से अपील की है कि वे इस अभियान में शामिल होकर अपने हक की आवाज बुलंद करें। उन्होंने महापौर को “कोरबा के विकास का सबसे बड़ा बाधक” बताया। उनका दावा है कि निगम का बजट केवल कागजों पर खर्च किया गया, जबकि जमीनी हकीकत में विकास कार्य नदारद हैं।
महापौर राजकिशोर प्रसाद, जो अपनी योजनाओं का बचाव करते हुए नजर आए हैं, अब विपक्ष की तीखी आलोचना के बीच घिरे हुए हैं। आगामी बैठक में भाजपा पार्षद दल ने महापौर को उनके कार्यों का हिसाब देने की चुनौती दी है। कल की बारात केवल एक विरोध प्रदर्शन नहीं, बल्कि जनता की आवाज बनने की कोशिश है।