पुलिस में फूटा प्रमोशन घोटाला, 6 पुलिस कर्मियों का हुआ डिमोशन
रायपुर। छत्तीसगढ़ पुलिस में अब प्रमोशन घोटाला फूटकर सामने आया है। राज्य के पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी आउट ऑफ टर्न प्रमोशन के मामलों की जांच के लिए कमेटी बनाई थी। कमेटी की जांच के बाद एक सब इंस्पेक्टर,एक एएसआई, और चार हवदलदारों को पदावनत(डिमोट) किया गया है। डीजीपी ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है।
जिन पुलिस कर्मियों को क्रम पूर्व पदोन्नति दी गई थी,उन्हें विभाग के अधिकारियों ने ही चुना था, इस मामले में डीजीपी या सरकार ने साफ नहीं किया है कि प्रमोशन देने के लिए जिम्मेदार अधिकारी कौन है,इनके खिलाफ क्या कार्यवाही की जाएगी। खास बात ये है कि जिन प्रमोशन की जांच की जा रही है वे सन 2010 जनवरी से 2015 दिसंबर के बीच के हैं। जांच का आदेश देने के बाद अधिकारियों ने कहा था कि इस काल में सबसे अधिक आउट ऑफ टर्न प्रमोशन हुए और उनमें अनियमतताएं हैं।
छत्तीसगढ़ पुलिस में जिस तरह की गड़बड़ी पकड़ी गई है, उसमें साफ तौर पर दिख रहा है कि यह पुलिस का प्रमोशन घोटाला है। वजह ये भी है कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के कार्यकाल में तत्कालीन प्रभावशाली अफसरों ने पूरे सरकारी कामकाज में मनमानी की है। इस बात के कई उदाहरण अलग-अलग संदर्भ में सामने आ चुके हैं। उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो प्रमोशन में गड़बड़ी का मामला डिमोट हो चुके वरिष्ठ एवं विवादित आईपीएस मुकेश गुप्ता के आसपास कहीं आकर ठहरता है। कहा जाता है कि उनके प्रभावशील रहते प्रमोशन के कुछ मामलों में उनका हस्तक्षेप रहा है। लेकिन ये बात जांच के बाद किस रूप में सामने आती है,
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