भाजपा-कांग्रेस में चिटफंड पर पोस्टर वार, सोशल मीडिया बना हथियार
रायपुर (ग्रामयात्रा छत्तीसगढ़ )। प्रदेश में महिलाओं से ठगी करने वाली चिटफंड कंपनी से कनेक्शन को लेकर भाजपा और कांग्रेस में पोस्टर वार छिड़ गया है। इंटरनेट मीडिया एक्स पर दोनों ही पार्टियां एक-दूसरे पर हमलावर हैं।
कांग्रेस ने एक्स पर एक कार्टून जारी कर मंत्री को जनप्रतिनिधि की जगह चिटफंड प्रतिनिधि बताया है। साथ ही लिखा है कि मंत्री ने जिस चिटफंड कंपनी का उद्घाटन किया, वह खा गई महिलाओं के करोड़ों रुपये। न्याय मांगने पर महिलाओं के खिलाफ ही एफआईआर।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष दीपक बैज ने एक्स पर की पोस्ट में लिखा है कि कंपनी झांसा देकर हजारों महिलाओं के करोड़ों रुपये डकार गई। पीड़ित महिलाओं ने मंत्री को घेरकर न्याय की मांग की, तो उल्टा उन पर ही कार्रवाई की जा रही है।
मंत्री ने कार्रवाई के बजाय महिलाओं को हेकड़ी निकाल देने और पुलिस बुलवाकर फेंकवा देने की धमकी दी। मन नहीं भरा तो फर्जी धाराओं में महिलाओं पर एफआइआर दर्ज करवा दी। उन्होंने यह आक्रोश महिलाओं के खिलाफ दिखाया या चिटफंड कंपनी के समर्थन में?
नेता प्रतिपक्ष ने राज्यपाल को लिखा पत्र
नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने कहा है कि राज्य में चिटफंड पार्ट-2 चल रहा है। हजारों करोड़ रुपये की लूट हो रही है। इस पर सरकार मौन है। सरकार को चाहिए कि पीड़ितों का पैसा वापस दिलाया जाए और ऋण भी माफ हो। इसे लेकर नेता प्रतिपक्ष ने राज्यपाल रमेन डेका को पत्र लिखा है।
पत्र में उन्होंने कहा कि गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों ने प्रदेश की हजारों गरीब महिलाओं व शिक्षित बेरोजगारों से करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की है। पीड़ितों को उनकी राशि वापस दिलाई जाए और निवेश के नाम पर दिलाया गया ऋण भी माफ हो।
उन्होंने कहा कि भाजपा की पिछली सरकार ने भी आम गरीबों के करोड़ों रुपये चिटफंड के नाम पर लूटे थे। कांग्रेस सरकार ने कुछ हद तक गरीबों के रुपये लौटाने का कार्य किया था। वर्ष 2023 में भाजपा की सरकार बनते ही चिटफंड कंपनियां फिर से सक्रिय हो गई हैं।