March 14, 2025 |

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पीहू ने वॉलीबॉल नेशनल टीम में छत्तीसगढ़ का नाम रौशन किया

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रायपुर । “जहाँ चाह वहाँ राह” कहावत को चरितार्थ करते हुए पीहू यादव ने अपनी मेहनत और समर्पण से वॉलीबॉल नेशनल टीम में जगह बना ली है। बचपन से ही वॉलीबॉल में कॅरियर बनाने की इच्छा रखने वाली पीहू ने इस दिशा में अपना ध्यान केंद्रित किया और परिवार के सहयोग से इसे संभव बनाया।

पीहू यादव का परिवार राजधानी के कालीबाड़ी चौक विशेष थाने के पीछे रहता है। उनके पिता अनिल यादव तहसील ऑफिस में चपरासी के पद पर कार्यरत हैं और माँ एक कुशल घरेलू महिला हैं। पीहू की रुचि और प्रतिभा को देखकर उनके माता-पिता ने उन्हें हरिनाथ एकेडमी में दाखिला दिलाया। वर्तमान में पीहू 11वीं कक्षा की छात्रा हैं और उनकी मेहनत और लगन ने उन्हें महज दो साल में ही अंडर-18 वॉलीबॉल टीम में स्थान दिलाया।

23 जून तक थाईलैंड में आयोजित एशियन महिला टीम चैंपियनशिप में पीहू ने भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया। पाँच फीट तीन इंच की पीहू ने अपने खेल से सभी को प्रभावित किया, विशेष रूप से जब उन्होंने लिबरो के रूप में खेलते हुए टीम के तगड़े स्मैश को रोका और अपने सहयोगी खिलाड़ियों तक बॉल पहुँचाई।

हालांकि भारतीय टीम इस चैंपियनशिप में खास कुछ नहीं कर पाई, लेकिन छत्तीसगढ़ की पीहू के खेल की जमकर तारीफ हुई। सप्रे शाला मैदान से भारतीय टीम तक की उनकी यात्रा में छत्तीसगढ़ की ओर से खेलो इंडिया गेम्स तक पहुंचना एक महत्वपूर्ण पड़ाव रहा। अंडर-18 खेलने वाली पहली खिलाड़ी बनकर पीहू ने न केवल अपने राज्य का नाम रोशन किया है बल्कि यह भी साबित कर दिया कि मेहनत और समर्पण से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।

ग्राम यात्रा छत्तीसगढ़

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