पालना योजना की अनियमितता पर सदन में हंगामा, विपक्ष ने सरकार को घेरा

रायपुर (ग्रामयात्रा छत्तीसगढ़ )। विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान पालना योजना की अनियमितताओं को लेकर विपक्ष ने मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े से कड़े सवाल किए। विपक्ष ने पूछा कि यदि कोई राशि खर्च नहीं हुई, तो योजना कैसे चल रही है। इस पर विधानसभा सभापति ने हस्तक्षेप करते हुए मंत्री को पूरी जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
“बिना खर्च के योजना कैसे संचालित हो रही?” – विपक्ष का सवाल
मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने जानकारी दी कि प्रदेश में 175 पालना केंद्र संचालित हो रहे हैं, लेकिन 25 फरवरी तक कोई राशि खर्च नहीं की गई। उन्होंने बताया कि 40% राज्यांश नहीं मिलने के कारण वित्तीय आवंटन में देरी हुई है।
इस पर विपक्षी विधायकों ने कड़ी आपत्ति जताई। विधायक विक्रम मंडावी ने पूछा कि यदि कोई बजट खर्च नहीं हुआ, तो योजना किस तरह संचालित हो रही है। जवाबों से असंतुष्ट विपक्ष ने सरकार पर योजना में अनियमितता और लापरवाही का आरोप लगाया।
महतारी वंदन योजना पर भी उठे सवाल
प्रश्नकाल के दौरान महतारी वंदन योजना को लेकर भी सरकार को कटघरे में खड़ा किया गया। अटल श्रीवास्तव ने सरकार से पूछा कि बुजुर्ग महिलाओं को 500 रुपये कम क्यों दिए जा रहे हैं।
इस पर मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने जवाब दिया कि अंतर की राशि दी जा रही है। इस पर विधायक संगीता सिन्हा ने पूछा कि अंतर की राशि किस प्रक्रिया से दी जा रही है। मंत्री ने कहा कि पेंशनधारी महिलाओं को यह राशि दी जा रही है और जिनका रजिस्ट्रेशन नहीं हुआ है, उनकी चिंता सरकार कर रही है।
सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल
विपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाया कि योजनाएं सिर्फ कागजों पर चल रही हैं और लाभार्थियों तक सही तरीके से लाभ नहीं पहुंच रहा। सभापति ने मामले को गंभीर मानते हुए सरकार को सभी तथ्यों के साथ स्पष्ट जवाब देने का निर्देश दिया।