March 12, 2025 |

NEWS FLASH

Latest News
बालको के ‘उन्नति उत्सव’ कार्यक्रम में उत्कृष्ट योगदान के लिए महिलाओं का सम्मानहोली पर जुमे की नमाज के समय में बदलाव, छग वक्फ बोर्ड का बड़ा फैसलाआमापाली गांव में अवैध बोर खुदाई, दो बोरवेल वाहन जब्तपंचायत अध्यक्ष-उपाध्यक्ष चुनाव के दौरान भिड़े भाजपा-कांग्रेस कार्यकर्ता…CGPSC प्रीलिम्स 2024 का रिजल्ट जारी, 3737 अभ्यर्थी मेंस के लिए क्वालीफाईअंधेरे में जीवन बिता रहे ग्रामीणों को अब लालटेन से मिली छुटकारारायपुर में कार सवार युवकों से करोड़ों की नगदी बरामद, हवाला का शक14 मार्च को मदिरा दुकान रहेगा बंदभारतीय सेना में भर्ती की अधिसूचना जारीसतत विकास लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए फील्ड में सही तरीके से लागू करना है : संभागायुक्त
छत्तीसगढ़

पंचाह्निका महोत्सव के तीसरे दिन धरती के भगवान माता-पिता की हुई वंदना

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

रायपुर ।  संभवनाथ जैन मंदिर विवेकानंद नगर आत्मोल्लास चातुर्मास 2024 में जारी पंचाह्निका महोत्सव के तीसरे दिन “भूतल के भगवान: मातृ पितृ वंदना का कार्यक्रम” भक्तिभाव पूर्वक हुआ। इस पावन मौके पर मुनिश्री तीर्थप्रेम विजयजी म.सा. ने कहा कि  माता और पिता जो इस भूतल के भगवान है, इस धरती पर भगवान है ऐसे माता-पिता की संवेदना में आज हमें डूबना है। माता-पिता ने जो हमारे लिए बलिदान दिया है,हमें जिस लायक बनाया है,ऐसे माता-पिता को हमें वंदन बारंबार करना चाहिए।

चातुर्मास समिति के कार्यकारी अध्यक्ष पुखराज मुणोत एवं महासचिव सुरेश बरडिया ने बताया कि मुनिश्री जयपाल विजयजी म.सा., मुनिश्री प्रियदर्शी विजयजी म. सा,मुनिश्री तीर्थप्रेम विजयजी म. सा,साध्वी रत्ननिधिश्रीजी म.सा, साध्वी रिद्धिनिधि श्रीजी म.सा आदि ठाणा के शुभ सानिध्य में 10 नवंबर को यह आयोजन संपन्न हुआ। रविवार सुबह चतुर्विद संघ के परम निश्रा में माता-पिता की महिमा का गुणगान किया गया। हम परमेश्वर को देख नहीं सकते किंतु इस धरती पर भगवान तुल्य माता-पिता जो हमारे समक्ष है उन्हें हम नमन वंदन करें। ऐसा व्यवहार रखें  कभी भी उनके मन को ठेस नहीं पहुंचे हमें अपने बुजुर्ग माता-पिता की हर ख्वाहिश को ध्यान में रखकर पूरा करना चाहिए, जिन्होंने अपना जीवन हमें पाल-पोश कर बड़ा करने में लगाया है।

इस अवसर पर बच्चों के द्वारा गायन के साथ मातृ वंदना पर नाट्य प्रस्तुति दी गई। मंच में पांच सिंहासन जिन में वीर सिंहासन, पार्श्व सिंहासन, ऋषभ सिंहासन, श्रवण सिंहासन और गणेश सिंहासन में पांच लाभार्थी परिवारों ने अपने माता-पिता को विराजित किया एवं शेष सभी ने व्याख्यान पंडाल में अपने माता-पिता का दूध, जल से प्रक्षाल किया एवं तिलक कर चरणों को अपने मस्तक से लगाए। इस अवसर सभी के आंखों में आंसू से काफी भावुक कर देने वाला पल था।

संगीतकार हर्षित मुंबई ने माता-पिता पर अपने भजनों से वातावरण को करुणामयी बना दिया। इस मौके पर तीन दिवसीय उजामन प्रदर्शनी का उद्घाटन करने का लाभ आजीवन रात्रि भोजन का त्याग करने वाली मंजू कोठारी को प्राप्त हुआ। यह तीन दिवसीय प्रदर्शनी दर्शन,ज्ञान,चारित्र के सामग्री की  लगाई गई है। सभी श्रावक-श्राविकाओं ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया।

ग्राम यात्रा छत्तीसगढ़

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also
Close