जशपुर में बिना वीजा-पासपोर्ट के घूमता मिला नाइजीरियन नागरिक, पुलिस ने पकड़ा

जशपुर (ग्रामयात्रा छत्तीसगढ़ )। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में बिना वीजा और पासपोर्ट के अवैध रूप से घूम रहे एक नाइजीरियन नागरिक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान गैरी पिता इकवाबोर (उम्र 46), निवासी इंडम्बो ऑफ साकपोड़ा रोड, बैनी सिटी, नाइजीरिया के रूप में हुई है। वह बिना वैध दस्तावेज के भारत में प्रवेश कर जशपुर में घूम रहा था।
मुखबिर की सूचना पर सिटी कोतवाली पुलिस की कार्रवाई
29 मई की रात करीब 8 बजे सिटी कोतवाली जशपुर पुलिस को सूचना मिली कि गम्हरिया गर्ग उद्यान के पास एक काले रंग की स्कूटी (CG14MT7848) पर दो लोग संदिग्ध अवस्था में घूम रहे हैं, जिनमें से एक विदेशी, अफ्रीकी मूल का प्रतीत हो रहा है।
पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों को रोका। स्कूटी चालक ने अपना नाम राहुल खलखो (21), निवासी ग्राम कस्तूरा, थाना दुलदुला बताया, जबकि दूसरा व्यक्ति गैरी निकला, जो खुद को नाइजीरिया का नागरिक बता रहा था। पूछताछ में गैरी कोई भी वैध वीजा या पासपोर्ट प्रस्तुत नहीं कर सका।
महिला मित्र के जरिए गांव घूमने आया था गैरी
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि गैरी की एक महिला मित्र मुंबई में रहती है, जो उसकी रिश्तेदार भी है। उसी के माध्यम से वह जशपुर के खूंटीटोली गांव घूमने आया था। लेकिन गैरी के पास किसी प्रकार का वैध दस्तावेज नहीं होने के चलते उसे गिरफ्तार कर थाना लाया गया।
अवैध प्रवास पर दर्ज हुआ मामला, न्यायिक रिमांड पर भेजा गया जेल
गैरी के खिलाफ विदेशियों विषयक अधिनियम 1946 की धारा 14 के तहत अपराध दर्ज किया गया है। पुलिस ने उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। साथ ही मामले की विस्तृत जांच जारी है।
एसएसपी की अपील: विदेशी नागरिकों की जानकारी तत्काल दें पुलिस को
जशपुर एसएसपी शशि मोहन सिंह ने बताया कि नाइजीरियन नागरिक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई है, लेकिन जिस परिवार में वह ठहरा था, उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को नहीं दी। उन्होंने आम जनता से अपील की है कि यदि कोई विदेशी नागरिक आपके संपर्क में आता है या आपके क्षेत्र में रुकता है, तो फॉर्म सी भरकर पुलिस को सूचना दें, ताकि सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनी रह सके।
बिना वैध दस्तावेज के भारत में रहना गंभीर अपराध है। इस घटना ने स्थानीय सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठाए हैं। पुलिस की सतर्कता से एक संभावित खतरे को समय रहते रोका गया है। अब आवश्यकता है कि जनभागीदारी और सतर्कता से ऐसे मामलों पर समय रहते नियंत्रण पाया जाए।