November 8, 2024 |

NEWS FLASH

Latest News
फांसी के फंदे पर लटका मिला युवक का शव, हाथ और पीठ पर मिले निशान..जांच में जुटी पुलिसपार्षद नरेंद्र देवांगन पहुंचे विभिन्न छठ घाट, दिया अर्घ्य, व्रतियों को दी शुभकामनाएंइस बार सबसे ज्यादा चली पूजा विशेष ट्रेनेंस्ताचल के सूर्य को अर्घ्य देने कोरबा के छठ घाटों में उमड़ा आस्था का रेलावोरा ने छठ मैया से सुखसमृद्धि की कामना कीमुठभेड़ में जवानों से लूटे गए 11 हथियारों की पहचान, जिस मदनवाड़ा में एसपी हुए बलिदानइंदिरा गांधी कॉलेज में अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजनरिखी संग सरगुजिहा करमा पर मांदर की थाप देते झूम उठे सीएम सायएचआईवी पीड़ित और बुजुर्ग लोगों के लिए बसों में मुफ़्त यात्रा की सुविधामुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भारतरत्न लालकृष्ण आडवाणी को जन्मदिन की दी बधाई
छत्तीसगढ़

नान घोटाला: ईओडब्ल्यू ने चिंतामणि चंद्राकर के कई ठिकानों पर मारा छापा, चार जगहों पर चल रही छापे की कार्रवाई

मकान और अन्य दस्तावेजों की जांच जारी, कांकेर कायर्यालय में भी चल रही जांच

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

रायपुर। प्रदेश के चर्चित नान घोटाले में आज ईओडब्ल्यू ने बड़ी कार्रवाई की है। नान के तत्कालीन मैनेजर रहे चिंतामणि चंद्राकर के एक साथ चार ठिकानों पर ईओडब्ल्यू की टीम ने दबिश दी है। श्री चंद्राकर पर नान में पदस्थापना के दौरान आय से अधिक संम्पत्ति अर्जित करने का आरोप है। इसकी गोपनीय तरीके से सत्यापन के बाद ईओडब्ल्यू ने दुर्ग, कांकेर और बैंगलुरू स्थित मकान और घर पर छापेमारी की है।
दुर्ग में आदर्श नगर उनके पुत्र हर्ष चंद्राकर के नाम फ्लेट क्रमांक 303 सी ब्लॉक में, एनसीसी मिडोस फेस 1 बललापुर रोड़ बैगलुरू और चिंतामधि के ससुराल पी-7 आदर्श गनर दुर्ग एवं कांकेर में स्थित कार्यालय में दापा मारा है। यहां पर मिली संम्पत्तियों और मकान, आफिस के कागज और दस्तावेजों की जांच कर रही है। माना जा रहा है कि इस जांच के बाद संपत्ति के बारे में खुलासा हो सकता है। नान घोटाले में ईओडब्ल्यू ने 2015 में जब छापा मारा तो चिंतामणि चंद्राकर रायपुर में पदस्थ थे। नई सरकार बनने के बाद उनका तबादला कांकेर किया गया। यहां वे नान के जिला प्रबंधक है। नान डायरी में चिंतामणि का नाम सामने आया था। ईओडब्ल्यू के आला अधिकारियों ने बताया कि चिंतामणि नान के जिला प्रबंधक रहने के दौरान एमजीएम में भी ट्रस्टी बन गया था।इससे पहले चिंतामणी को लंबे समय से ईओडब्ल्यू में बयान देने बुलाया जा रहा था। 8 से ज्यादा नोटिस जारी किया जा चुका था। अफसरों को उम्मीद है कि छापेमारी के बाद कुछ अहम तथ्य मिल सकते हैं।
उगाही के लिए रैकेट चलाने का आरोप
श्री चंद्राकर नान में उप लेखाधिकारी के पद पर पदस्थ थे। उन पर आरोप है कि उच्च अधिकारियों का विश्वास हासिल कर अनेक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी ली और उन जगहों पर तैनाती कराकर अफसरों और कर्मचारियों से सांठगांठ कर उगाही का रैकेट स्थापित कर लिया और उगाही की। वर्ष 2015 में हुए नान घोटाले के दस्तावेजों में उनके सांठगांठ की पुष्टि भी हुई है। नान में ईओडब्ल्यू के अगस्त माह में की जांच में मिले दस्तावेजों की जांच से मिले तथ्यों के आधार पर सबूत मिलने पर यह कार्रवाई की गई है ।

gramyatracg

 

नमस्कार

मैंने भारत को समृद्धि एवं शक्तिशाली बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी के सदस्यता अभियान के तहत प्राथमिक सदस्यता ग्रहण कर ली है।
आप भी भाजपा सदस्य बन विश्व की सबसे बड़ी पार्टी के साथ जुड़ सकते हैं।

https://narendramodi.in/bjpsadasyata2024/VUXFHF

#BJPSadasyata2024

Related Articles

Check Also
Close