छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ में विभिन्न स्थानों का अवलोकन करने का अवसर मिला : जिनप्पा गुंडे

राजनांदगांव । राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग भारत सरकार के सदस्य धन्यकुमार जिनप्पा गुंडे ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में विभिन्न विभागों द्वारा संचालित शासन की योजनाओं के अंतर्गत अल्पसंख्यक योजनाओं की समीक्षा की।

राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य धन्यकुमार जिनप्पा गुंडे ने कहा कि छत्तीसगढ़ में विभिन्न स्थानों का अवलोकन करने का अवसर मिला। यहां के प्राकृतिक एवं धार्मिक स्थल का भ्रमण करने से यहां की संस्कृति को जानने का अवसर मिला। आप सभी शासकीय सेवा में रहते हुए विभिन्न क्षेत्रों में अपनी सेवा एवं योगदान दे रहे हैं। यह ध्यान देने की आवश्यकता है कि जनसामान्य से प्राप्त शिकायतों का समाधान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि राजनांदगांव जिले का डोंगरगढ़ अद्वितीय स्थान है और यहां हिन्दू, जैन, सिक्ख, बौद्ध, ईसाई, मुस्लिम एवं अन्य समुदाय के लोग आपस में एक साथ सौहार्द्र एवं सद्भाव के साथ मिलकर रहते हैं। हम मौलिक अधिकारों की बात करते हैं, लेकिन मौलिक कर्तव्यों की बात नहीं करते हैं। यहां आने पर मौलिक कर्तव्यों पर केन्द्रित पाया गया। यहां लोगों में एक-दूसरे के लिए सम्मान है। यह स्थान जहां सभी धर्मों एवं समुदाय के लोग आपसी सौहार्द्र के साथ रहते हैं। उन्होंने कहा कि वे भारत सरकार को डोंगरगढ़ को पर्यटन केन्द्र रिलीजियस कोलाबरेटेड सेंटर के रूप में विकसित करने की अनुसंशा करेंगे। जहां इस केन्द्र में सभी धर्म के लोग अपनी गतिविधियां कर सकेंगे। जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा के दौरान उन्होंने आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने यहां अधिकारियों द्वारा किए जा रहे कार्यों के प्रति संतोष व्यक्त किया।

राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग भारत सरकार के सदस्य धन्यकुमार जिनप्पा गुंडे ने अल्पसंख्यक आयोग द्वारा किए जा रहे कार्यों के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अल्पसंख्यक आयोग का गठन संवैधानिक प्रावधानों के तहत किया गया है। उन्होंने बताया कि जैन, सिक्ख, ईसाई, बौद्ध, मुस्लिम, पारसी 6 समुदाय को अल्पसंख्यक अंतर्गत शामिल किया गया। समुदाय हमारे देश में लगभग 35 करोड़ जनसंख्या अल्पसंख्यक समुदाय की है। भारतीय संस्कृति के अनुरूप सभी धर्मों, जाति, समुदाय के नागरिक आपस में सद्भावना एवं समानता के साथ मिलकर रहें तथा सभी नागरिक समान हैं इस भावना के साथ कार्य किया जा रहा है। उन्होंंने कहा कि हमारे देश में अनेकता में एकता है। खान-पान, रहन-सहन और विभिन्न जाति, धर्म, समुदाय, भाषा में विविधताओं के बावजूद हमारे देश में एकता है। शांति और सौहाद्र्र बनाए रखने के लिए यह आवश्यक है कि हम जाति, धर्म, लिंग एवं अन्य भेदभाव को भुलाकर आपस में सहयोग एवं समन्वय के साथ कार्य करें। उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा कि आप सभी से अपेक्षा है कि अपने कर्तव्यों को हरसंभव पूरा करने का प्रयास करें। अल्पसंख्यक आयोग द्वारा अल्पसंख्यक समुदाय जिसके अंतर्गत मुस्लिम, ईसाई, पारसी, सिक्ख, जैन, बौद्ध से संबंधित मुद्दों के संबंध में तथा इस समुदाय के लोगों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से आयोग का गठन किया गया है।

कलेक्टर संजय अग्रवाल ने कहा कि डोंगरगढ़ में सभी धर्म, समुदाय एवं जैन, ईसाई, सिक्ख, बौद्ध, मुस्लिम समाज के लोग आपस में सौहाद्र्रपूर्ण तरीके से मिलजुलकर रहते हैं। उन्होंने अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष से आग्रह किया कि डोंगरगढ़ को विकसित करने के लिए भारत सरकार की ओर से पहल की जा सकती है। कलेक्टर ने बताया कि राजनांदगांव जिले में कोविड-19 के दौरान अच्छा उदाहरण प्रस्तुत करते हुए सामाजिक सद्भावना की मिसाल पेश की और एक-दूसरे की हरसंभव सहायता की। कोविड-19 के दौरान महाराष्ट्र बार्डर में एक दिन में हजारों की संख्या में श्रमिक पहुंचते थे। जैन समुदाय तथा अन्य समुदायों के लोगों ने बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत करते हुए दिल से न केवल श्रमिकों की मदद की बल्कि अन्य नागरिकों की भी मदद की। पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने कहा कि राजनांदगांव जिले में अल्पसंख्यक समुदायक इतना घुल मिलकर रहते हैं कि वे पृथक व्यवस्था का हिस्सा महसूस नहीं होते। यहां जैन समुदाय अन्य समुदाय की मदद के लिए तत्परता से आगे आते हैं। यहां के अल्पसंख्यक, लोगों की बेहतरी के लिए प्रतिबद्ध है। जिला पंचायत सीईओ सुरूचि सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ की संस्कृति में अल्पसंख्यक घुले-मिले हैं। छत्तीसगढ़ की संस्कृति और लोग शांति प्रिय एवं सबके साथ मिलकर रहने वाले लोग हैं। यहां भेदभाव की स्थिति नहीं है।

सभी जिला स्तरीय अधिकारियों ने अपने विभाग में अल्पसंख्यक से संबंधित शासन की योजनाओं के अंतर्गत लाभान्वित हितग्राहियों के संबंध में जानकारी दी। अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय ने राजस्व तथा अपर कलेक्टर इंदिरा नवीन प्रताप सिंह ने शिकायत एवं निराकरण के संबंध में जानकारी दी। नगर निगम आयुक्त अभिषेक गुप्ता ने बताया कि लगभग 800 अल्पसंख्यक हितग्राही शासन की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत लाभान्वित हो रहे है। पेंशन योजना से कमजोर वर्ग के हितग्राही लाभान्वित हो रहे हैं। कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास गुरप्रीत कौर ने बताया कि समान भाव से सभी को शासन की योजनाओं से लाभान्वित किया जा रहा है।

उप संचालक कृषि नागेश्वर लाल पाण्डेय ने बताया कि सभी वर्गों के किसान विशेष कर लघु एवं सीमांत कृषक शासन की योजनाओं का लाभ ले रहे है तथा सब्सिडी भी प्राप्त कर रहे हैं। श्रमपदाधिकारी ने बताया कि श्रमिकों का पंजीयन कराया जा रहा है तथा सभी वर्गों के महिला श्रमिकों को विशेषकर लाभान्वित किया जा रहा है। जिले में 360 महिला श्रमिकों को सिलाई मशीन दी गई है। कार्यपालन अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी समीर शर्मा ने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल कलेक्शन दिया जा रहा है। जिला शिक्षा अधिकारी प्रवास बघेल ने बताया कि सभी बच्चों को नि:शुल्क पाठ्यपुस्तक एवं गणवेश दिया जा रहा है। जिला पंचायत, राजस्व, वन, नगर निगम, स्वास्थ्य, आदिम जाति कल्याण, सहित अन्य विभागों द्वारा अल्पसंख्यक समुदाय के लिए संचालित शासन की योजनाओं के संबंध में जानकारी दी गई। इस अवसर पर अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

 

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