March 12, 2025 |

NEWS FLASH

Latest News
सतत विकास लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए फील्ड में सही तरीके से लागू करना है : संभागायुक्तहथकरघा बना कौडूटोला की महिलाओं की ताकतओडि़सा सरकार ने ग्राम खैरझिटी की दमयंती सोनी को किया सम्मानितडीएमएफ से शिक्षा,स्वास्थ्य सहित आम नागरिको से जुड़ी समस्याओं के लिए किए जाएंगे विकास के कार्यप्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना, पंजीयन 31 तकसूचना का अधिकार अधिनियम के संबंध में प्रशिक्षण कार्यशालाराजमोहिनी देवी तेन्दूपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजनाकुसमुंडा खदान में डीजल चोरी का खेल, फरार डकैत राजा खान का गिरोह सक्रियमहतारी वंदन योजना को लेकर विपक्ष ने महिला-बाल विकास मंत्री को घेरा…एसईसीएल कालीबाड़ी में तदर्थ समिति गठित, सौंपी गई चैत्र नवरात्रि दुर्गा पूजा के भव्य आयोजन की जिम्मेदारी
त्योहार

Dhanteras का महत्व: धन और समृद्धि का त्यौहार

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

धनतेरस का परिचय

धनतेरस, जिसे धन त्रयोदशी के नाम से भी जाना जाता है, दीपावली महापर्व की शुरुआत का प्रतीक है। यह त्योहार धन और समृद्धि के देवता, धन्वंतरि को समर्पित है। धनतेरस पर लोग नए बर्तन, सोने-चाँदी के आभूषण और अन्य कीमती सामान खरीदते हैं, जो समृद्धि और सुख-समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।

महत्व और मान्यता

धनतेरस के दिन की मुख्य मान्यता यह है कि इस दिन जो भी व्यक्ति धन, स्वास्थ्य और खुशहाली के लिए पूजा-पाठ करता है, उस पर देवी लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। इसे शुभ मानते हुए लोग अपने घरों में धन का स्वागत करने के लिए तैयारी करते हैं। यहां तक कि कई लोग मानते हैं कि इस दिन खरीदारी करने से धन में वृद्धि होती है और समृद्धि आती है।

धनतेरस पर की जाने वाली पूजा

इस दिन लोग विशेष रूप से लक्ष्मी-पूजन करते हैं। लोग अपने घरों और व्यवसायों में लक्ष्मी जी की मूर्ति स्थापित करते हैं और उनके स्वागत के लिए दीप जलाते हैं। धनतेरस पर पूजा करते समय लोग भगवान धन्वंतरि का ध्यान करते हैं, जो औषधियों के देवता हैं। यह दिन स्वास्थ्य की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना जाता है, इसलिए इस दिन आयुर्वेदिक औषधियों का भी विशेष ध्यान रखा जाता है।

admin

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also
Close