August 1, 2025 |

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छत्तीसगढ़

पीएम आवास में सेंट्रिंग प्लेट व ईट उपलब्ध कराकर लखपति बनी समूह की दीदियां

Gram Yatra Chhattisgarh
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बिहान योजना से जुड़कर महिलांए बनी सशक्त, दूसरों को भी रोजगार से जोड़ रही

 

गरियाबंद (ग्रामयात्रा छत्तीसगढ़ )। जिले के छुरा विकासखण्ड के ग्राम सरकड़ा निवासी श्रीमती नर्मदा निषाद एवं विकासखण्ड मैनपुर के ग्राम जिडार निवासी श्रीमती देवली नेताम अन्य महिलाओं के लिए मिसाल बनी एवं विकासखण्ड छुरा अंतर्गत ही ग्राम खरखरा की श्रीमती सतबाई, ग्राम रानीपरतेवा की श्रीमती झनेशवरी साहू, जय मां संतोषी समूह एवं ग्राम मातरबाहरा की श्रीमती जागेश्वरी नेताम, सती स्व-सहायता समूह विकासखण्ड मैनपुर अंतर्गत ग्राम दबनई निवासी कौशिल्या, ग्राम जाडापदर निवासी रामेश्वरी विश्वकर्मा द्वारा सेंट्रिंग प्लेट का कार्य प्रारंभ कर वह लाखों रूपए कमा रही है। ये सभी दीदियों समूह से लोन लेकर ईट निर्माण कार्य, सेंटिंªग प्लेट जैसे आजीविका गतिविधि प्रारंभ कर वह खुद से आर्थिक रूप से मजबूत बन रही, वही दूसरी महिलाओं को भी रोजगार से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बना रही है।

 

स्व-सहायता समूह की दीदियां वर्तमान में ग्रामीण प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत  सेंटरिंग  प्लेट की सप्लाई कर रही है। छ.ग. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ‘बिहान’ अंतर्गत स्व-सहायता समूहों से जुड़ी दीदियां अन्य ग्रामीण महिलाओं के लिए एक मिसाल बनकर उभर रही हैं। ये दीदियां पहले ग्राम में मजदूरी का कार्य करती थी, उनके पति मिस्त्री के रूप में कार्य करते थे, जिससे उन्हें लगभग 7-8 हजार रूपए मासिक आमदनी होती थी।

 

दीदियां समूह के माध्यम से लोन लेकर नया आजीविका करने और अपनी आमदनी को बढ़ाने की योजना बना कर ईट निर्माण से लेकर सेंट्रिंग प्लेट सप्लाई एवं भवन निर्माण कार्य हेतु आवश्यक सामग्री भी सप्लाई कर रही है। इस कार्य में समूह की दीदियों द्वारा अब तक बहुत से आवास निर्माण में ईट, सेंटरिंग प्लेट व अन्य सामग्रियां उपलब्ध करा कर लाखों रुपए की आमदनी अर्जित कर चुकी हैं। समूह की दीदियों द्वारा ईट निर्माण, सेंटरिंग प्लेट व अन्य सामग्रियां प्रदाय कर औसत वार्षिक आय 3 लाख रूपये से अधिक आय अर्जित कर रहे है। इन दीदियों द्वारा ईट, सेंटरिंग प्लेट की मांग अपने ग्राम के  साथ-साथ आसपास के अन्य ग्रामों में प्रधानमंत्री आवास व निजी निर्माण कार्यों के लिए सेंटरिंग प्लेट उपलब्ध कराया जा रहा है। समूह की ये दीदियां अपने साथ-साथ अन्य ग्रामीण महिलाओं को भी इस कार्य के लिए प्रेरित कर रही है।

 

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