June 28, 2025 |

NEWS FLASH

Latest News
जहरीली गाय’ ने ली 5 बाघों की जान, जांच में हुआ खुलासा..अवैध रेत परिवहन पर कड़ी कार्रवाई, 2 हाइवा वाहन जप्तकृषि विभाग ने किया नि:शुल्क बीज वितरण, किसान उत्साहित, सोनहत क्षेत्र में मूँगफली और धान के बीजों का वितरणपांच मंदिरों में चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, चार आरोपी गिरफ्तारबालको नगर में निकली जगन्नाथ यात्रारथयात्रा महोत्सव में शामिल हुए राज्यपाल डेकाकवि डॉ. सुरेंद्र दुबे का अंतिम संस्कार : मारवाड़ी शमशान घाट पहुंचे भाजपा महामंत्री पवन साय और मंत्रिमंडल के सदस्यग्रामीणों ने बाइक चोरों को सबक सिखाने किया ऐसा सुलूक, रस्सी से बांध कर दी तालिबानी सजा…बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान हेतु उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के निर्देश पर टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर जारीछत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार संघ ने पद्मश्री पं. सुरेंद्र दुबे को दी श्रद्धांजलि
छत्तीसगढ़

रेलवे अस्पताल में 25 को 21वीं बार नि:शुल्क पेसमेकर जांच शिविर

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

बिलासपुर, 23 मार्च। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के केन्द्रीय चिकित्सालय, बिलासपुर के द्वारा विगत 8 वर्षों से ह्रदय रोगियों के लिए नि:शुल्क पेस मेकर जांच शिविर लगेगा। यह शिविर 25 मार्च को सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक रहेगा।

यह शिविर 6-6 माह के अंतराल में लगाया जाता है । इस शिविर में रेलवे में कार्यरत अथवा कोई भी अन्य हृदयरोग से पीडि़त मरीज पेसमेकर का नि:शुल्क जांच करा सकते हैं। जरूरत पडऩे पर उसमें बैटरी लगाया जाता है तथा नये पेस मेकर भी लगाये जाते हैं। पेस मेकर को रि-प्रोग्रामिंग करना एवं पेसमेकर की बैट्री लाइफ की जांच करना इस शिविर का उद्देश्य है ।

केंद्रीय चिकित्सालय के ह्दय रोग विशेषज्ञ डॉ. चंदन कुमार दास, हृदय रोग विशेषज्ञ की पहल पर नि:शुल्क पेस मेकर जांच शिविर बिलासपुर रेल्वे अस्पताल में पिछले 12 साल से लगाया जा रहा है । रेलवे तथा गैर रेलवे पेसमेकर के मरीजों ने इस शिविर का लाभ लेते आ रहे हैं। बिलासपुर तथा देश के किसी भी प्रांत से सभी पेसमेकर के मरीजों से इस शिविर का लाभ लेने की अपील रेलवे ने की है। पेसमेकर के साथ नए रोगी मोबाइल नंबर 9752475060 पर पंजीकरण कर सकते हैं।

जिन मरीजों को पेसमेकर लगाया जाना है, उनको संबंधित उपचार के अपने कागजात लाने होंगे। पेसमेकर को हृदय रोगी के रोगियों में प्रत्यारोपित किया जाता है जहां हृदय गति होती है, जो विभिन्न कारणों से असामान्य रूप से धीमा हो जाती है। पेस मेकर एक बार प्रत्यारोपित करने के बाद इन पेसमेकर की निगरानी की आवश्यकता होती है। इनमें बैटरी जीवन का हर छह महीने या एक वर्ष का मूल्यांकन किया जाना जाता है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also
Close