March 12, 2025 |

NEWS FLASH

Latest News
बालको के ‘उन्नति उत्सव’ कार्यक्रम में उत्कृष्ट योगदान के लिए महिलाओं का सम्मानहोली पर जुमे की नमाज के समय में बदलाव, छग वक्फ बोर्ड का बड़ा फैसलाआमापाली गांव में अवैध बोर खुदाई, दो बोरवेल वाहन जब्तपंचायत अध्यक्ष-उपाध्यक्ष चुनाव के दौरान भिड़े भाजपा-कांग्रेस कार्यकर्ता…CGPSC प्रीलिम्स 2024 का रिजल्ट जारी, 3737 अभ्यर्थी मेंस के लिए क्वालीफाईअंधेरे में जीवन बिता रहे ग्रामीणों को अब लालटेन से मिली छुटकारारायपुर में कार सवार युवकों से करोड़ों की नगदी बरामद, हवाला का शक14 मार्च को मदिरा दुकान रहेगा बंदभारतीय सेना में भर्ती की अधिसूचना जारीसतत विकास लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए फील्ड में सही तरीके से लागू करना है : संभागायुक्त
राजनीती

मुख्यमंत्री बघेल पहले अपनी पार्टी में लोकतंत्र ढूंढे़ें

भाजपा ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अपनी पार्टी की चिंता करने और अपने काम पर ध्यान देने की नसीहत दी है।

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

भाजपा ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अपनी पार्टी की चिंता करने और अपने काम पर ध्यान देने की नसीहत दी है। पार्टी ने कहा है कि जिस कांग्रेस में आंतरिक लोकतंत्र के नाम पर एक परिवार की चरण वंदना ही राजनीतिक चरित्र बन गई है। उस पार्टी के मुख्यमंत्री भाजपा को लोकतंत्र का पाठ पढ़ाते शोभा नहीं देते। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व विधायक शिवरतन शर्मा ने शनिवार को कहा कि मुख्यमंत्री बघेल पहले अपनी पार्टी में लोकतंत्र ढूंढे़ें। भाजपा कार्यकर्ताओं के मान-अपमान की चिंता का प्रपंच रचने के बजाय मुख्यमंत्री बघेल पहले खुद तो अपने कार्यकर्ताओं व विधायकों के मान-सम्मान की फिक्र कर लें. जो पार्टी और उस पार्टी के मुख्यमंत्री अपने वरिष्ठ विधायकों सत्यनारायण शर्मा, अमितेष शुक्ल और अरुण वोरा को हाशिए पर रखकर चल रहे हैं, जो मुख्यमंत्री अपने वरिष्ठ व अनुभवी विधायकों को लोकसभा चुनाव लड़ाकर किनारे लगाने के फार्मूले की रणनीति बना रहे हैं। वे भाजपा के आंतरिक लोकतंत्र को लेकर प्रलाप कर रहे हैं।
एक आदिवासी विधायक अमरजीत भगत को लालीपॉप दिखाने वाले मुख्यमंत्री यह तो बताएं कि उनकी सरकार के मंत्री टीएस सिंहदेव के भगत को मंत्री बनाने के अनुमान को खारिज करके बघेल अपनी पार्टी के आदिवासी कार्यकर्ताओं का कैसा सम्मान कर रहे हैं। बिलासपुर में ध्वजारोजण के लिए बिलासपुर के विधायक शैलेश पांडेय की उपेक्षा पर मुख्यमंत्री क्या राय रखते हैं। बिलासपुर की जिला प्रशासन की बैठक में विधायक पांडेय को स्टूल पर बिठाना कौन-सा सम्मान था। रायगढ़ में जिला प्रशासन की बैठक में कांग्रेस के विधायक प्रकाश नायक को नहीं बुलाना सम्मान का कौन-सा पैमाना है। राष्ट्रीय कृषि प्रदर्शनी में कृषि मंत्री को साथ नही ले जाना क्या बघेल की वन मैन शो पटकथा और मंत्री का अपमान नहीं है। भाजपा कार्यकर्ताओं को लेकर फिक्रमंद बघेल इन सवालों पर क्यों तटस्थ हैं? उनकी लोकतंत्र की पहरेदारी का मापदंड अपनी पार्टी में क्यों खरा नहीं उतर रहा है।
प्रवक्ता शर्मा ने कहा कि एक माह के सत्ता-काल में ही मुख्यमंत्री जिस दंभपूर्ण राजनीतिक आचरण के प्रतीक बनते नजर आ रहे हैं, दरअसल वह लोकतंत्र के लिए संकट, चिंता और अपमान का परिचायक है। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को लेकर जिस तरह की स्तरहीन व अमर्यादित भाषा का प्रयोग कर रहे हैं, वह क्या मुख्यमंत्री पद की गरिमा के अनुकूल है ।

gramyatracg

Related Articles

Check Also
Close