July 30, 2025 |

NEWS FLASH

Latest News
बिलासपुर कलेक्टर की अनुकरणीय पहल – पशु व जनहित में सराहनीय कदमसीएम साय ने किया ‘गौ विज्ञान परीक्षा अभियान 2025’ का शुभारंभग्रीन उद्यम की परिकल्पना को साकार करने साय सरकार दे रही विशेष पैकेज: उद्योग मंत्री श्री लखन लाल देवांगनबालको महिला मंडल ने धूमधाम से मनाया तीज महोत्सव“जब कोई साथ नहीं होता… तब ‘आगाज़ इंडिया’ साथ होता है” ‘आख़िरी सफर’ — एक संवेदनशील और मानवीय पहलकोरबा मेडिकल कॉलेज में अब ‘सफाई घोटाला’ ! एक माह का टेंडर बना 6 माह का, अपात्र फर्म को काम देने की तैयारी, 100 की जगह 200 सफाईकर्मी करने की साज़िश ?रायगढ़-रायपुर NH में बिखरे मिले मवेशियों के शव तेज रफ्तार ने ली 18 गायों की जानखाद की किल्लत से परेशान किसानों का फूटा गुस्सा: नेशनल हाईवे पर किया चक्काजामवित्त मंत्री चौधरी ने किया पुसौर में उप पंजीयक कार्यालय का शुभारंभमहिला गांजा तस्कर सहित 3 आरोपियों को 5-5 साल की सजा
Uncategorizedछत्तीसगढ़

कोरिया में कच्चे मकान को तोड़ कर घर में रखे अनाज को खा गए हाथी

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

24.12.22| छत्तीसगढ़ के कोरिया और मनेन्द्रगढ़ वन मण्डल में लगातार हो रही हाथियों की आमद से हर कोई अब परेशान हो गया है। पूरे दल बल के साथ विचरण कर हाथियों ने फसलों के साथ-साथ मकानों को भी क्षति पहुंचाया है। इस कारण से ग्रामीण भयभीत होकर रतजगा करने को मजबूर हो रहे हैं। गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान बैकुंठपुर के अंतर्गत आने वाले पार्क परिक्षेत्र जनकपुर के ग्राम खोहरा जंगल में 12 हाथियों का दल विचरण कर रहा है। हाथियों की आमद से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है।

दरअसल अन्य जिलों से लगातार हाथियों के कोरिया में आने से वन विभाग के अधिकारी भी बार-बार हो रही परेशानियों को देखते हुए अब लोगों ने कोरिया और एमसीबी जिले में हाथियों के प्रवेश को रोकने के लिए स्थाई नीति बनाने लगे हैं। पार्क परिक्षेत्र जनकपुर के खोहरा गांव के नजदीक जंगलों में 12 हाथियों के दल ने अपना डेरा जमा लिया है। हाथियों द्वारा खाने की तलाश में गांव की ओर जाने से ग्रामीणों को जान-माल का भय भी बना हुआ है। गुरुवार की रात हाथियों ने ग्रामीणों के कच्चे मकान को तोड़ कर घर में रखे अनाज को खा लिया। गनीमत यह रही कि, हाथियों ने कोई जनहानि नहीं पहुंचाई।

वहीं, जंगलों में हाथियों की उपस्थिति से वन विभाग भी अंजान नहीं है। वे ग्रामीणों को जंगल की ओर ना जाने की सलाह दे रहे हैं, लेकिन आलम तो यह है कि, हाथियों का दल ही गांव की ओर चला आ रहा है। ऐसे में ग्रामीण क्या करें ? यह उनकी समझ से परे है। गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान से प्रवेश करने वाले हाथियों के दल से लोगों को सुरक्षित रखने का प्रयास किया जा रहा है। हाथी दल को उनके नियमित सुरक्षित मार्ग से आगे बढ़ाने के लिए वन विभाग स्टाफ पूरी तरीके से तैनात और सक्रिय है। वहीं, हाथियों ने जो फसलों का नुकसान किया है उसका भी आंकलन किया जा रहा है।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also
Close