मेरे गांव में बिजली आ गई है, रात को अब मै आसानी से पढ़ाई कर सकती हूं -सुशीला ओयाम
नियद नेल्लानार योजना से रौशन हुआ गांव
बीजापुर (ग्रामयात्रा छत्तीसगढ़ )। जिले अत्यंत सुदूर एवं धुर माओवाद इलाका पेद्दागेल्लूर जहां के ग्रामीण कई दशको से बुनियादि सुविधाओं से वंचित थे बरसों तक अंधेरे के साए में रहने वाले गांवो अब सुशासन का सुर्योदय हो चुका है।
छत्तीसगढ़ राज्य के यशस्वी मुख्यमंत्री के सुशासन का एक वर्ष बीजापुर जिले के सुदूर माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में ग्रामीणों की मुस्कान बनकर लौटी है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के परिकल्पना से बीजापुर जिले में नया सुर्याेदय हो रहा है। मुख्यमंत्री के महत्वाकांक्षी योजना “नियद नेल्लानार” आशा विश्वास और विकास की नई इबारत लिख रही है।
नियद नेल्लानार योजना से जिले के लगभग 40 अति संवेदनशील गांवो में विकास की रफ्तार बढ़ रही है। सुरक्षा के साथ विश्वार और विकास की अवधारणा से इन गांवो में विकास को नई दिशा दिया जा रहा है। पानी, बिजली, राशन, अस्पताल, स्कूल सहित सभी बुनियादि सुविधाओं के साथ ग्रामीणों के आधार, आयुष्मान कार्ड, बैंक खाता, जाति प्रमाण पत्र सहित आवश्यक दस्तावेज बनाए जा रहे हैं। जिससे शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं से ग्रामीणों को जोड़ा जा सके।
उसूर ब्लॉक के चिन्नागेल्लूर ग्राम पंचायत के सुदूर गांव पेद्दागेल्लूर में कई दशकों के बाद बिजली पहुंची है, ग्रामीणों ने बताया कि बिजली की रौशनी कई पीढ़ियों ने नही देखी थी।
बरसों से अंधेरे में रहने के आदी हो चुके ग्रामीणों के लिए बिजली आना नई सुबह की तरह है। ग्रामीणों ने बताया कि सरकार की इस पहल से भावी पीढ़ी का भविष्य रौशन हो गया। सुदूर जंगल में बसा गांव पेद्दागुल्लूर में रात के अंधेरे में जंगली जानवर, सांप बिच्छु का खतरा बना रहता था लेकिन अब बिजली के आने से ग्रामीण भयमुक्त हो गए।
ग्रामीण सोढ़ी रामा ने बताया कि गांव में बिजली पहुंचने से गांव के बच्चों की पढ़ाई-लिखाई एवं मनोरंजन के साधन भी उपलब्ध हो सकेगा। बिजली के अभाव में गांव का विकास नहीं हो पाया, अब धीरे-धीरे गांव में सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलेगा।
कक्षा तीसरी की छात्रा कुमारी सुशीला ओयाम बताती है कि अब वह रात को आसानी के साथ घर में पढ़ाई कर लेती है। सरकार ने गांव में बिजली दिया है मै भी अपने से पढ़ाई करके टीचर बनुंगी।
ग्रामीणों ने बताया कि पेद्दागेल्लूर के सभी घरों में 192 नग मीटर लग गया है जिससे ग्रामीणों के चेहरे पर मुस्कान है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के इस संवेदनशील पहल के लिए ग्रामीणों ने हृदय से आभार व्यक्त किया।