March 13, 2025 |

NEWS FLASH

Latest News
सीडी कांड में CBI ने लगाई रिवीजन याचिका, पूर्व सीएम की मुश्किलें बढ़ीं…राज्यपाल को मुख्यमंत्री ने दी होली की शुभकामनाएंतहसीलदार की कार्रवाई से परेशान किसान ने जहर पिया, हालत नाजुकबालको की उन्नति से जुड़ी स्व सहायता समूह की महिलाओं ने बनाया हर्बल गुलालमहिला समूहों का हुनर, आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ता कदमभालुओं के हमले में सफाई कर्मी घायल, राहगीरों ने पहुँचाया अस्पतालस्वरोजगार योजनांतर्गत सहायता से संचिता ने पैतृक व्यवसाय को दी नई दिशाअंधविश्वास एवं सामाजिक कुरीतियों का होगा प्रतीकात्मक होलिका-दहनसमूह की महिलाओं ने कलेक्ट्रेट मे लगाए हर्बल गुलाल क़ा स्टॉलस्वच्छता दीदियों को कचरा प्रबंधन के संबंध में दिया गया प्रशिक्षण
छत्तीसगढ़

8 जिलों की 48 तहसीलों में सूखे का खतरा, राजस्व विभाग बना रहा रिपोर्ट

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

रायपुर। छत्तीसगढ़ में एक तरफ राज्य के बस्तर संभाग के ज्यातर हिस्सों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। वहीं दूसरे हिस्से में सूखे के हालात हैं। 10 से अधिक तहसीलों में औसत बारिश का आंकड़ा 50 प्रतिशत से नीचे है, जबकि 50 से ज्यादा तहसील में 60 प्रतिशत से कम बारिश हुई है। असंतुलित बारिश के कारण बस्तर में जहां अधिक पानी के कारण फसल खराब हो रही है तो बाकी हिस्सों में पानी की कमी के कारण खेतों में दरारें पडऩे लगी हैं। राज्य के 8 जिलों के 48 तहसीलों में सूखे के हालात हैं।
बस्तर संभाग के सात जिलों में कुल 33 तहसील हैं। इनमें से 27 तहसीलों में 100 प्रतिशत से अधिक बारिश हुई है। कांकेर जिले की सात में से केवल एक अंतागढ़ तहसील में 110 प्रतिशत बारिश हुई है बाकी में आंकड़ा इससे नीचे है। चारामा में तो अभी केवल 58 प्रतिशत ही बारिश हुई है। नरहरपुर और कोयलीबेड़ा में आंकड़ा मुश्किल से 70 के करीब पहुंच रहा है। भानुप्रातपुर में 60 प्रतिशत बारिश हुई है।
साजा और डोंगरगढ़ की स्थिति चिंताजनक
मैदानी क्षेत्रों में आंकड़ों के लिहाज से साजा और डोंगरगढ़ तहसील की स्थिति ज्यादा खराब है। डोंगरगढ़ में 29.7 और साजा में केवल 32.5 प्रतिशत बारिश हुई है। बिलाईगढ़म में आंकड़ा 39.6, धमधा में 33.1 प्रतिशत तक पहुंचा है। हालांकि इन क्षेत्रों में किसानों के पास सिंचाई की सुविधा उपलब्ध है। इसके बावजूद बारिश नहीं होने से फसल खराब होने का खतरा मंडरा रहा है।
सरकार बना रही रिपोर्ट
सूखे की आहट से चिंतित सरकार ने पटवारियों को फसल की जमीनी पड़ताल कर रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया है। पटवारी सरकार को रिपोर्ट भेजेंगे कि किस किसान ने खेत में क्या फसल लगाया है और उसकी क्या स्थिति है। राजस्व विभाग के अफसरों के अनुसार पूरे हालात पर नजर रखी जा रही है। मानसून के हालात को लेकर शीघ्र ही बैठक होगी। इसमें समीक्षा के बाद आगे की कार्यवाही तय की जाएगी।

gramyatracg

Related Articles

Check Also
Close