June 29, 2025 |

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छत्तीसगढ़

सेग्रीगेशन यार्ड में किया जाएगा सूखा और गीला कचरा अलग

Gram Yatra Chhattisgarh
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समूह की महिलाएं की महिलाएं दे रही स्वच्छता का संदेश

धमतरी । कुरुद विकासखंड के ग्राम पंचायत जरवायडीह के आश्रित ग्राम खपरी में एस.एस.जी.शेड सेग्रीगेशन यार्ड का निर्माण किया गया है। यह निर्माण कार्य महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत एवं स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत किया गया है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत राशि 4.28 लाख, 15 वे वित्त  के तहत 0.40 लाख एवं स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत राशि 0.55 लाख अभिसरण से किया गया है। गांव की  स्व सहायता समूह की महिलाएं इन कार्यों में जुड़ी हुई है। ये महिलाएं कचरा को अलग-अलग श्रेणियों में विभाजित करेंगे।

कचरे को अलग-अलग श्रेणियों में बाँटने की प्रक्रिया में उसे अलग-अलग श्रेणियों में बाँटना शामिल है। कचरे की श्रेणियाँ कचरे की विशेषताओं पर आधारित होती हैं। कचरे को उचित तरीके से अलग करने के लिए कचरे के प्रकार की सही पहचान करना ज़रूरी है।

सीईओ जिला पंचायत रोमा श्रीवास्तव ने सेग्रीगेशन यार्ड (ठोस अपशिष्ट प्रबंधन) के बारे में बताया कि-जिले में सेग्रीगेशन यार्ड के 241कार्य के लिए 09 करोड़ 80 लाख 16 हजार रुपए की स्वीकृति दी गई है। स्वच्छता की दृष्टि से समूह की महिलाओं को कार्य दी गई है। इस संबंध में उन्हें उचित मार्गदर्शन भी दिया गया है। कचरे को डंपिंग या संग्रह के बिंदु पर उसकी श्रेणी में रखा जाता है। उनके जैविक, भौतिक और रासायनिक गुणों के आधार पर, कचरे को कई श्रेणियों में वर्गीकृत किया जाता है। समूह की महिलाएं गीला कचरा, सूखा कचरा को अलग- अलग करके आमदनी का जरिया ढूंढते हैं। गीला कचरा के अंतर्गत बायोडिग्रेडेबल जैविक कचरे को संदर्भित करता है। खाद्य पदार्थ, गंदे खाद्य रैपर, स्वच्छता उत्पाद, यार्ड अपशिष्ट, कागज तौलिए हैं।इसी तरह सुखा कचरा जैसे-कागज, कपड़े, प्लास्टिक, लकड़ी, कांच, आदि। सैनिटरी अपशिष्ट के तहत इस्तेमाल किए गए डायपर, सैनिटरी टॉवल या नैपकिन, ई-कचरा के रूप में फेंके गए विद्युत या इलेक्ट्रॉनिक उपकरण शामिल हैं। कंप्यूटर, टेलीविजन, वीसीआर, स्टीरियो, कॉपियर ये सब इनके अंतर्गत आते हैं।

ग्राम पंचायत सरपंच श्रीमती बिमला देवदास ने बताया कि-जिला कार्यालय के निर्देशानुसार ग्राम पंचायत में बढ़ते कचरे के उत्पादन के बारे में समूह की महिलाओं द्वारा ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है  और उचित कचरा प्रबंधन के महत्व पर भी जोर दे रहे हैं। पंचायत के आश्रित ग्राम खपरी में एस.एच.जी.शेड सेग्रीगेशन यार्ड का निर्माण किया गया है। समूह से जुड़ी महिलाएं कचरा कलेक्शन कर स्वच्छता का संदेश दे रही हैं। वो कहती हैं कुड़े कचरे का हो निपटान, तभी बनेगा देश महान। गाड़ी वाला आया घर से कचरा निकाल।

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