छत्तीसगढ़

UTURN में बगैर लायसेंस छलकायी जा रही है “मदिरा की प्याला”

 

 

खबर उजागर होने पर होटल संचालक ने दी पत्रकार को धमकी…!

 

रायपुर : राजधानी के विधानसभा थाना इलाके में एक निजी रेस्टोरेंट में अवैध तरीके से शराब पिलाई जा रही है। मामलें में मीडिया के सदस्यों ने स्टिंग वीडियो बनाया जिसमें दिख रहा है कि निजी रेस्टोरेंट स्टाफ द्वारा अवैध “बीयर” कस्टमर के टेबल पर बेचने के लिए रखा गया है। मगर इस वीडियो के वायरल होने के बाद मीडियकर्मियों को पूर्व सांसद के बंगले से किसी बड़े नेता ने कॉल किया और शहर के कई बड़े-बड़े रसूखदारों के फोन आने लगे, जिन्होंने पत्रकार को मामलें में सेटेलमेंट करने का ऑफर भी दिया।

 

निजी होटल संचालक ने दी पत्रकार को धमकी

 

निजी होटल के संचालक पांडेय ने पत्रकार को धमकी भी दी। आपको बता दें कि मामलें में निजी रेस्टोरेंट के संचालक पर पहले भी रायपुर एएसपी ग्रामीण की टीम ने छापेमारी करने के बाद कार्रवाई की है, लेकिन निजी रेस्टोरेंट के स्टाफ और संचालक इस कार्रवाई के बाद भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे है। निजी रेस्टोरेंट के स्टाफ हर बोतल को जहां आबकारी विभाग के रेट में जो बोतल 200 से 210 रुपए की मिलती है वही निजी रेस्टोरेंट में यही बोतल 400 रुपए में बेचीं जा रही है।

 

राजधानी में रेव और टेक्नो पार्टी का जोर

 

राजधानी रायपुर में आजकल ड्रग्स और डांस पार्टियां अपने शबाब पर हैं। मीडिया सुर्ख़ियों के मुताबिक हर शनिवार और रविवार को रसूखदारों के होटलों में बिगड़े नवाबों की औलादों की सुख “नशा” का समूचा ख्याल रखकर मन माफिक शौक पूरा किए जाने की खबर चर्चा में हैं। पुलिस के पास सारी जानकारी होती है, लेकिन होटल मालिकों के प्रभाव के आगे कोई नहीं टिक पाता, इसलिए बार की लड़कियां नशे में खुलेआम डांस करने को मजबूर होती हैं और खूब पैसे भी उड़ाती हैं।

 

रसूखदारों के होटलों, क्लबों और फार्म हाउस में होती हैं अय्याशियां

 

राजधानी और इसके बाहरी इलाकों के लाड़-प्यार वाले नवाबों के अलावा, होटल, क्लब और बार युवाओं को आकर्षक पैकेज का लालच देकर आकर्षित करते हैं। इसके अलावा, शनिवार और रविवार को राजधानी और उसके आसपास फार्म हाउसों में डांस पार्टियां आयोजित की जाती हैं, जहां युवाओं को ड्रग्स भी परोसा जाता है। देखने में आया है कि अन्य बड़े शहरों में प्रशासन ने डांस और ड्रग पार्टियों के लिए नियम-कायदे बनाए हैं, लेकिन राजधानी में ऐसा कोई कानून नहीं है, इसलिए होटल, क्लब और बार मालिक इसका गलत फायदा उठा रहे हैं। सरकार को युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए पुलिस को भी सख्त कदम उठाने के आदेश देने चाहिए।

 

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निजात अभियान के तहत रायपुर पुलिस शहर से लेकर गांव, स्कूल, रेलवे स्टेशन, बाजार समेत सभी थाना क्षेत्रों में नशे के खिलाफ व्यापक जागरूकता अभियान चला रही है। नशे की लत से पीड़ित युवाओं को परामर्श दिया गया। हम आपको सूचित करना चाहेंगे कि राहत अभियान पुलिस आयुक्त संतोष सिंह की एक पहल है जिसके तहत पुलिस अधिकारियों ने शराब, गांजा और अन्य नशीले पदार्थों की अवैध बिक्री में शामिल बसों के खिलाफ कार्रवाई की है। अभियान शहर से लेकर गांव तक नशे के खिलाफ व्यापक जन जागरूकता अभियान भी चलाएगा।

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