July 30, 2025 |

NEWS FLASH

Latest News
महिला अधिकारी ने डीएमसी के खिलाफ की थी झूठी शिकायत ! प्रशासन की जांच में आरोप पाए गए गलत, किसके शह पर बिछाए गए थे मोहरे पढ़िए पूरी रिपोर्ट…शोक समाचार :  पत्रकार एवं छत्तीसगढ़ अखबार वितरक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विनोद सिन्हा नहीं रहेONC BAR पर प्रशासन की चुप्पी पर उठा विवाद, विश्व हिंदू परिषद ने जताई नाराज़गीबिलासपुर कलेक्टर की अनुकरणीय पहल – पशु व जनहित में सराहनीय कदमसीएम साय ने किया ‘गौ विज्ञान परीक्षा अभियान 2025’ का शुभारंभग्रीन उद्यम की परिकल्पना को साकार करने साय सरकार दे रही विशेष पैकेज: उद्योग मंत्री श्री लखन लाल देवांगनबालको महिला मंडल ने धूमधाम से मनाया तीज महोत्सव“जब कोई साथ नहीं होता… तब ‘आगाज़ इंडिया’ साथ होता है” ‘आख़िरी सफर’ — एक संवेदनशील और मानवीय पहलकोरबा मेडिकल कॉलेज में अब ‘सफाई घोटाला’ ! एक माह का टेंडर बना 6 माह का, अपात्र फर्म को काम देने की तैयारी, 100 की जगह 200 सफाईकर्मी करने की साज़िश ?रायगढ़-रायपुर NH में बिखरे मिले मवेशियों के शव तेज रफ्तार ने ली 18 गायों की जान
छत्तीसगढ़

भारी बारिश के बाद खेत में पहुंचा मगरमच्छ, ग्रामीणों ने खुद किया रेस्क्यू

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

रतनपुर । छत्तीसगढ़ में हो रही भारी बारिश के चलते नदी-नाले भर गए हैं और खेतों में फसलें लहलहाने लगी हैं। रतनपुर के खूंटाघाट डैम से मगरमच्छ भी आबादी की ओर बढ़ने लगे हैं। शनिवार सुबह रतनपुर के राम टेकरी के पास बिकमा तालाब के किनारे स्थित एक खेत में धान की फसल के बीच एक बड़ा मगरमच्छ दिखाई दिया।

ग्रामीणों में मचा हड़कंप:
सुबह के वक्त जब ग्रामीणों ने धान के खेत में 9 फीट लंबे मगरमच्छ को देखा, तो पूरे मोहल्ले में हड़कंप मच गया। लोगों ने अपने घरों से बाहर निकलकर खेतों की ओर दौड़ लगाई, जहां मगरमच्छ पानी में लौट रहा था।

वन विभाग की देरी, ग्रामीणों की सूझबूझ:
मगरमच्छ को देखकर तुरंत वन विभाग को सूचित किया गया, लेकिन काफी देर तक कोई भी अधिकारी या कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचा। इस पर स्थानीय युवकों ने खुद ही रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया। उन्होंने मगरमच्छ को सुरक्षित पकड़ा और फिर उसे एक ऑटो में भरकर खूंटाघाट बांध में छोड़ दिया।

इस घटना ने न केवल स्थानीय लोगों में दहशत पैदा की, बल्कि वन विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए हैं, जिन्होंने समय पर पहुंचकर स्थिति को संभालने में देरी की। ग्रामीणों की सतर्कता और सूझबूझ से एक बड़ी अनहोनी टल गई।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also
Close