July 31, 2025 |

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छत्तीसगढ़

हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान थीम अंतर्गत संविधान दिवस मनाया गया

Gram Yatra Chhattisgarh
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महासमुंद (ग्रामयात्रा छत्तीसगढ़ )। संविधान दिवस के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में “हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान“ थीम के तहत आज 26 नवम्बर को जिले की पंचायतों में सामूहिक रूप से संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया गया। इसी तारतम्य में आज ग्राम पंचायत परसदा के ग्राम पंचायत भवन में संविधान दिवस मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सरपंच श्री वीरेन्द्र चन्द्राकर द्वारा संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया गया। इस अवसर पर सरपंच श्री चंद्राकर ने अपने उद्बोधन में कहा कि “हमारा संविधान न केवल हमारे देश की एकता और अखंडता को सुनिश्चित करता है, बल्कि यह हमें समानता, स्वतंत्रता और बंधुत्व के मार्ग पर चलने की प्रेरणा भी देता है। हमें संविधान द्वारा दी गई शक्तियों और अधिकारों का सदुपयोग करते हुए राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान देना चाहिए।

इस अवसर पर मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं का साड़ी एवं श्रीफल से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में महिला बाल विकास सुपरवाईजर शीला प्रधान ने कहा कि संविधान दिवस का उद्देश्य भारतीय संविधान के महत्व और इसके मूल्यों को याद करना है। जिसे सभी नागरिकों के लिए प्रेरणा स्रोत माना जाता है। साथ ही उन्होंने बताया कि कुपोषण मुक्त ग्राम पंचायत बनाने के लिए कार्यकर्ताओं को प्रेरित किया गया है। इस अवसर पर कुपोषण मुक्त ग्राम पंचायत हेतु ग्राम परसदा मे सरपंच, अन्य जन प्रतिनिधि, मितानिन व आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और पर्यवेक्षक के साथ होम विजिट के द्वारा जुड़वां गंभीर कुपोषित बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य व पोषण परामर्श दिया गया। कार्यक्रय का संचालन एवं आभार ग्राम पंचायत सचिव श्री राजू चंद्राकर द्वारा किया गया।

 

 

कार्यक्रम में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पुष्पा चंद्राकर, चन्द्रकला वर्मा, चित्ररेखा ध्रुव, मितानिन सुमन देवदास, सोहद्रा ध्रुव, शांति यादव, अनिता यादव, पंच बेनुबाई चंद्राकर, एचएम दिनेश्वरी ध्रुव, रूपा ध्रुव, रमशीला कुम्हार, डुमेश्वरी ध्र्रुव, प्रतिभा ध्रुव, मंजू साहू, ज्योति एवं कुंती यादव उपस्थित थी। उल्लेखनीय है कि संविधान दिवस भारतीय संविधान की स्वीकृति के दिन की याद दिलाता है, जिसे 26 नवम्बर 1949 को संविधान सभा द्वारा अपनाया गया था। संविधान दिवस एक ऐसा अवसर है, जब हम अपने संविधान के प्रति अपनी जिम्मेदारी और इसके आदर्शों को फिर से समझते हैं। यह दिन हमें अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक करता है। “हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान“ थीम के तहत वर्षभर चलने वाली गतिविधियों में ग्राम पंचायतों में संविधान के अनुच्छेद 51ए के तहत नागरिकों के मौलिक कर्तव्यों पर चर्चा की जाएगी। संविधान सभा के सदस्यों से जुड़े गांवों में विशेष समारोह आयोजित किए जाएंगे।

 

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