छत्तीसगढ़

गणेश विसर्जन महोत्सव में धर्म और संस्कृति का संगम

न्यू आजाद गणेशोत्सव समिति ने लगाई सर्वश्रेष्ठ आयोजन की हैट्रिक

भिलाई। गणेश विसर्जन महोत्सव के दौरान भिलाई में धर्म और संस्कृति का अद्भुत संगम देखने को मिला। विभिन्न स्वरूपों में बप्पा ने अपने भक्तों को दर्शन दिए, जहां कुछ गणेश प्रतिमाएं राजा की तरह निकलीं, तो कुछ ने कार और बैलगाड़ी की सवारी कर अपने धाम की ओर प्रस्थान किया। यह मनमोहक दृश्य सिविक सेंटर तिराहे पर हुआ, जहां आस्था रथ सांस्कृतिक मंच द्वारा ‘गणेश विसर्जन महोत्सव एवं पुरस्कार वितरण समारोह’ का आयोजन किया गया।

महोत्सव में छत्तीसगढ़ की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का भी अद्भुत प्रदर्शन हुआ, जिसमें राउत नाचा, धुमाल, ढोल नंगाड़ा, और पारंपरिक नाच-गानों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। पारंपरिक वेशभूषा धारण किए लोगों ने गणपति बप्पा की अंतिम विदाई पर जमकर झूमते हुए अपनी श्रद्धा व्यक्त की।

मुख्य अतिथियों का संबोधन
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि दुर्ग लोकसभा सांसद विजय बघेल ने आस्था रथ सांस्कृतिक मंच की सराहना की और कहा कि भिलाई में सभी धर्मों का सम्मान किया जाता है, जो शहर की पहचान है। उन्होंने मंच के अध्यक्ष मिथलेश ठाकुर और संयोजक अनुभूति भाकरे ठाकुर सहित तमाम सदस्यों को आयोजन की सफलता के लिए बधाई दी। दुर्ग एसपी जितेंद्र शुक्ला, पूर्व विधायक प्रतिमा चंद्राकर, और अन्य व्यक्तियों ने भी कार्यक्रम में शामिल होकर धार्मिक एकता और सांस्कृतिक समृद्धि के महत्व पर जोर दिया।

पुरस्कार वितरण और समितियों का सम्मान
महोत्सव में 68 झांकियों ने भाग लिया, जिन्हें सम्मानित किया गया। न्यू आजाद गणेशोत्सव समिति सेक्टर 2 ने इस वर्ष भी सर्वश्रेष्ठ गणेश समिति का खिताब जीता। इसके अलावा शिव मानस गणेश उत्सव समिति सेक्टर 10 को बेस्ट पंडाल, नवयुवा मित्र मंडल खुर्सीपार को बेस्ट झांकी, और युवा खेल एवं सांस्कृतिक मंडल सेक्टर 7 को बेस्ट थीम के लिए पुरस्कृत किया गया।

भिलाई रत्न सम्मान और सेवा कार्य
आस्था रथ सांस्कृतिक मंच ने अपने वार्षिक ‘भिलाई रत्न सम्मान’ के तहत चिकित्सा, सेवा, शिक्षा, और कला के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले लोगों को सम्मानित किया। साथ ही, स्व. बीरा सिंह सेवा योजना और स्व. प्रकाश भाकरे सेवा योजना के तहत गौ सेवक देवाशीष घोष और अन्य सेवाभावी व्यक्तियों को आर्थिक सहायता दी गई।

स्मारिका का विमोचन
कार्यक्रम के दौरान एक स्मारिका का भी विमोचन किया गया, जिसमें शहर की पूजन समितियों की विस्तृत जानकारी प्रकाशित की गई।

समारोह में आस्था रथ सांस्कृतिक मंच के अध्यक्ष मिथलेश ठाकुर ने कहा कि इस आयोजन का उद्देश्य धर्म और संस्कृति को संरक्षित करना और गणेश पूजन समितियों का उत्साहवर्धन करना है ताकि वे भविष्य में और भी बेहतर कार्य कर सकें।

 

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