June 28, 2025 |

NEWS FLASH

Latest News
जहरीली गाय’ ने ली 5 बाघों की जान, जांच में हुआ खुलासा..अवैध रेत परिवहन पर कड़ी कार्रवाई, 2 हाइवा वाहन जप्तकृषि विभाग ने किया नि:शुल्क बीज वितरण, किसान उत्साहित, सोनहत क्षेत्र में मूँगफली और धान के बीजों का वितरणपांच मंदिरों में चोरी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, चार आरोपी गिरफ्तारबालको नगर में निकली जगन्नाथ यात्रारथयात्रा महोत्सव में शामिल हुए राज्यपाल डेकाकवि डॉ. सुरेंद्र दुबे का अंतिम संस्कार : मारवाड़ी शमशान घाट पहुंचे भाजपा महामंत्री पवन साय और मंत्रिमंडल के सदस्यग्रामीणों ने बाइक चोरों को सबक सिखाने किया ऐसा सुलूक, रस्सी से बांध कर दी तालिबानी सजा…बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान हेतु उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के निर्देश पर टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर जारीछत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार संघ ने पद्मश्री पं. सुरेंद्र दुबे को दी श्रद्धांजलि
छत्तीसगढ़

चिंतामणी चंद्राकर को सुप्रीम कोर्ट से झटका, एसआईटी जांच को चुनौती-याचिका खारिज, हाईकोर्ट जाने कहा

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

रायपुर। नागरिक आपूर्ति निगम घोटाले के आरोपी चिंतामणी चंद्राकर सुप्रीम कोर्ट से झटका लगा है। चंद्राकर ने अपने खिलाफ एसआईटी जांच को चुनौती दी थी। कोर्ट ने चंद्राकर की याचिका को खारिज करते हुए हाईकोर्ट जाने की सलाह दी है।
नान घोटाले के आरोपी चिंतामणी चंद्राकर ने याचिका में कहा था कि हाईकोर्ट ने एसआईटी द्वारा गिरफ्तारी पर रोक लगाई है। इसके बावजूद ईओडब्ल्यू ने उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला भी दर्ज किया है। साथ ही गिरफ्तारी की गई और परिवारवालों से मिलने नहीं दिया गया।
याचिकाकर्ता ने इस पूरे मामले में एडीजी जीपी सिंह और अन्य के खिलाफ याचिका दाखिल की थी। उन्होंने अपनी याचिका में जांच को ईओडब्ल्यू-एसीबी की कार्रवाई को विधि के खिलाफ बताते हुए पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग की है। कोर्ट ने चंद्राकर की याचिका को खारिज करते हुए हाईकोर्ट में जाने की सलाह दी है।
उल्लेखनीय है कि चिंतामणी चंद्राकर, निलंबित एडीजी मुकेश गुप्ता के करीबी माने जाते हंै। वे मुकेश गुप्ता के परिजनों द्वारा संचालित एमजीएम ट्रस्ट के सदस्य भी हैं। ईओडब्ल्यू-एसीबी एमजीएम ट्रस्ट से लेकर मुकेश गुप्ता से जुड़े मामलों की पड़ताल कर रही है। पिछले दिनों उनके यहां छापेमारी भी की थी। जिसमें करोड़ों की अनुपातहीन संपत्ति का पता चला था। ईओडब्ल्यू ने चिंतामणी चंद्राकर को हिरासत में लिया था दिनभर की पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया। इस पूरी कार्रवाई को विधि बताया था।
नान डायरी में मैडम सीएम का जिक्र हुआ है। तब उस समय प्रकरण की जांच कर रहे मुकेश गुप्ता ने मैडम सीएम का आशय चिंतामणी चंद्राकर मैडम बताया था, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। नान घोटाले की जांच कर रही एसआईटी ने इस पूरे मामले में कई नए तथ्य उजागर किए हैं।

Related Articles

Check Also
Close