छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ राज्य का पहला फ्लोटिंग सौर ऊर्जा संयंत्र भिलाई में होगा स्थापित

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भिलाई इस्पात संयंत्र में 15 मेगावाट क्षमता वाले फ्लोटिंग सौर ऊर्जा संयंत्र की रखी गई आधारशिला

भिलाई । भिलाई इस्पात संयंत्र के एक परियोजना के तहत, छत्तीसगढ़ राज्य के पहले फ्लोटिंग सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापना के लिए भिलाई के मरोदा-1 जलाशय में आधारशिला रखी गई। जिसका उद्घाटन सेल बीएसपी के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता एवं एनटीपीसी के निदेशक प्रचालन तथा एनएसपीसीएल के चेयरमैन रविन्द्र कुमार द्वारा 30 जून को किया गया। 15 मेगावाट क्षमता वाले फ्लोटिंग सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना, भिलाई इस्पात संयंत्र के ग्रीन एनर्जी उत्पादन के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। भारत सरकार की नीति के अंतर्गत इस ऊर्जा संयंत्र की स्थापना को सस्टेनेबल एनर्जी समाधानों के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है।

समारोह के प्रारंभ में अतिथियों के स्वागत किया गया। तत्पश्चात अतिथियों द्वारा भूमि पूजन के बाद नारियल फोड कर फ्लोटिंग सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापना के लिए आधारशिला रखी गई। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र ने एनटीपीसी-सेल सप्लाई कंपनी लिमिटेड एनएसपीसीएल के साथ फ्लोटिंग सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना के लिए 9 मई को विद्युत खरीद समझौता पीपीए किया था।

जिसके तहत 15 मेगावाट क्षमता वाले फ्लोटिंग सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना संयंत्र के मरोदा-1 जलाशय में होना था, जो कि छत्तीसगढ़ राज्य का पहला फ्लोटिंग सौर ऊर्जा संयंत्र होगा। यह परियोजना बीएसपी के कार्बन उत्सर्जन को कम करने एवं ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और ऐसा अनुमान है कि इस संयंत्र से सालाना 34.26 मिलियन यूनिट ग्रीन विद्युत का उत्पादन होगा। जिसका उपयोग बीएसपी अपने कैप्टिव विद्युत जरूरतों को पूरा करने के लिए करेगा। इससे बीएसपी के कार्बन उत्सर्जन में सालाना 28,330 टन की कमी आने की संभावना है। एनएसपीसीएल, जो एनटीपीसी और सेल का एक संयुक्त उद्यम है, इस परियोजना के लिए परामर्शदाता के रूप में कार्य करेगा। इस परियोजना को ईपीसी अनुबंध के तहत मई 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। 

इस अवसर पर सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के एनटीपीसी के निदेशक-प्रचालन एवं एनएसपीसीएल के चेयरमैन रविन्द्र कुमार, कार्यपालक निदेशक वक्र्स-बीएसपी अंजनी कुमार, कार्यपालक निदेशक परियोजनाएं-बीएसपी एस मुखोपाध्याय, कार्यपालक निदेशक सामग्री प्रबंधन-बीएसपी अजय कुमार चक्रबर्ती, कार्यपालक निदेशक वित्त एवं लेखा-बीएसपी डॉ अशोक कुमार पंडा, कार्यपालक निदेशक मानव संसाधन-बीएसपी पवन कुमार तथा मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी सेवाएं-बीएसपी पी के सरकार, मुख्य महाप्रबंधक राजीव पाण्डेय सहित मुख्य महाप्रबंधक टी के कृष्णकुमार और अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे। डीआईजी सीआईएसएफ

सुश्री प्रतिभा अग्रवाल एवं कमांडेंट सीआईएसएफ अभिजीत कुमार भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

इस अवसर पर सेल-बीएसपी के निदेशक प्रभारी श्री अनिर्बान दासगुप्ता ने कहा कि बीएसपी के प्लांट को इस सोलर फ्लोटिंग संयंत्र से अब ग्रीन एनर्जी प्राप्त होगी। उन्होंने बताया कि बीएसपी के लिए सोलर एनर्जी सिस्टम परियोजना दो चरणों में मरोदा-1 व मरोदा-2 जलाशय में पूरी की जायेगी। उन्होंने इस परियोजना के तहत अगले चरण में एनएसपीसीएल के माध्यम से, 35

मेगावाट क्षमता वाले अतिरिक्त फ्लोटिंग सौर ऊर्जा संयंत्र की प्रस्तावित योजना के बारे में बताया। श्री दासगुप्ता ने बताया कि इससे जल वाष्पीकरण में कमी आएगी और यह परियोजना, संयंत्र के लिए उपयोग किये जाने वाले कोयले की निर्भरता को कम करने में भी सहायक है, जिससे कार्बन के उत्सर्जन को कम किया जा सकेगा। यह 15 मेगावाट का फ्लोटिंग सोलर प्लांट लगभग एक वर्ष में

स्थापित होने की उम्मीद है। यह पर्याप्त विद्युत उत्पादन भिलाई स्टील प्लांट की ऊर्जा आवश्यकताओं के एक महत्वपूर्ण हिस्से को पूरा करेगा, जिससे एक स्थिर और पर्यावरण अनुकूल बिजली आपूर्ति सुनिश्चित होगी।

आरंभ में, महाप्रबंधक एवं बिजनेस यूनिट हेड एनएसपीसीएल  सोमनाथ चट्टोपाध्याय ने स्वागत भाषण दिया और इस परियोजना के महत्व को रेखांकित किया।  महाप्रबंधक एफजीडी-एनएसपीसीएल  आलोक सिंह ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया, जबकि कार्यक्रम का संचालन उप प्रबंधक एचआर-एनएसपीसीएल सैम अब्राहम द्वारा किया गया।

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