CG Election 2018 : 5 हजार से ज्यादा बसें अब तक अधिगृहीत
रायपुर . 72 सीटों पर होने वाले चुनाव में मतदान दलों और फोर्स के मूवमेंट के लिए बड़ी संख्या में बसों की जरूरत होगी, इसलिए बड़े पैमाने पर बसों का अधिग्रहण शुरू हो गया। सूत्रों के अनुसार 5 हजार से ज्यादा बसें अब तक अधिगृहीत की जा चुकी हैं। इनमें से 4 हजार यात्री बसें तथा करीब एक हजार स्कूल बसें हैं।
अगले दो-तीन दिन में सरकारी अमला आधी से ज्यादा स्कूल बसों को कब्जे में ले लेगा। इसे ध्यान में रखते हुए राजधानी के स्कूल प्रबंधनों ने पालकों को सूचना देनी शुरू कर दी है कि शनिवार और सोमवार को बच्चों के लिए बस उपलब्ध नहीं रहेगी। इसलिए पैरेंट्स को ही उन्हें लाना-ले जाना पड़ेगा।
शहर में स्कूल-कालेज और अन्य शैक्षणिक संस्थानों की करीब आठ हजार बसें हैं। 17 से 19 नवंबर तक इन शैक्षणिक संस्थानों की आधी से ज्यादा बसें बच्चों को स्कूल से घर और घरों से स्कूल लाने और छोड़ने के लिए उपलब्ध नहीं रहेंगी। स्कूल प्रबंधन ने बच्चों के पालकों को यह निर्देश दिया है कि दो दिनों तक वे खुद ही बच्चों को लाना और ले जाना करें। इससे पालकों की परेशानी बढ़ गई है।
कुछ पालकों ने स्कूल प्रबंधन को लिखित में अपनी असमर्थता जता दी है। स्कूल प्रबंधन ने भी साफ तौर पर व्यवस्था देने में अपनी असमर्थता जता दी है। ज्यादातर ऐसे पालक हैं, जिनमें पति-पत्नी दोनों कामकाजी हैं। उन्होंने साफ तौर पर कह दिया है कि गाड़ी नहीं होने पर वे बच्चों को स्कूल नहीं भेज पाएंगे।
बसों में सीटों से ज्यादा लोगों का सफर : राज्य में आठ हजार से ज्यादा यात्री बसें हैं। इनमें से रोड पर रोज करीब 7 हजार बसें चलती हैं। अभी करीब साढ़े 4 हजार बसें कम हो गई हैं। दो-ढाई हजार बसें ही चल रही हैं। आधी से भी कम यात्री बसों के सड़क पर बच जाने से लगभग सभी रूट पर भीड़ काफी बढ़ गई है। बस ऑपरेटरों के मुताबिक सभी बसें चलें तो प्रदेशभर में रोजाना साढ़े तीन से चार लाख यात्री रोज राज्यभर में सफर करते हैं। अभी संख्या करीब दो लाख है। आपरेटर बसों में औसत से ज्यादा सवारियां ले रहे हैं।
जहां कम बसें, वहां यात्री ज्यादा परेशान : बस आपरेेेटरों का कहना है कि पिछले करीब महीनेभर से बसें कम होने के कारण चल रही बसों में यात्रियों की संख्या बढ़ गई है। कुछ इलाकों में दिन में एक-दो बसे ही हैं वहां स्थिति और ज्यादा खराब हैं। सराईपाली, बसना, पिथरौ, चारामा, कांकेर, गुंडरदेही, दल्लीराजहरा, भखारा, धमतरी आदि रूटों में बसों की संख्या बहुत कम हो गई हैं। यहां दिनभर में औसत पांच से ज्यादा बसें चलती हैं। अभी एक-दो बसें ही चलाई जा रही हैं। अब तो स्कूल बसें भी बहुत कम रह गईं हैं।
23 से उपलब्ध हो जाएंगी सभी बसें : राजधानी सहित राज्यभर की सभी यात्री बसें तथा शैक्षणिक संस्थानों की बसें 23 नवंबर से उपलब्ध हो जाएंगी। रायपुर आरटीओ पुलक भट्टाचार्य ने कहा कि लोगों को कुछ दिन के लिए असुविधा जरूर होने वाली है, लेकिन सप्ताहभर के बाद सारी दिक्कतें दूर हो जाएंगी। अभी भी यात्रियों की सुविधा को देखते हुए बस आपरेटरों को निर्देश दिया गया है कि अगर उनके पास स्पेयर्स बसें हैं तो जरूर चलाएं। इसके अलावा, जिन रूट पर कम गाड़ियां हैं।
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