June 28, 2025 |

NEWS FLASH

Latest News
स्वच्छता दीदियों का ड्राईविंग लाईसेंस बनाने 02 जुलाई को सियान सदन में लगेगा शिविरकोरबा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ठेका घोटाला : डॉ. गोपाल कंवर और लेखाधिकारी अशोक कुमार महिपाल की जोड़ी का कमाल, ठेकेदार मालामाल…भारतमाला घोटाला: निलंबित पटवारी ने लगाई फांसी, सुसाइड नोट में लिखा- ‘मैं निर्दोष हूं’बलौदाबाजार में फैला डायरिया, कलेक्टर ने अस्पताल पहुंचकर लिया हालात का जायजाडिप्टी सीएम शर्मा ने पंचमुखी बूढ़ा महादेव मंदिर में किया जलाभिषेकनवाचार और तकनीक से सशक्त होंगे अन्नदाता : विष्णुदेव सायगद्दा बनाने वाली फैक्ट्री में लगी आग, युवक की मौत..अवैध सितार निर्माण फैक्ट्री में दबिश, दस्तावेज के अभाव में फैक्ट्री सीलबीजापुर में 13 हार्डकोर नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पणजांजगीर चांपा पुलिस की सराहनीय पहल: निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन
छत्तीसगढ़

बालको ने अल्ट्राटेक सीमेंट के साथ किया एमओयू

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

बालकोनगर, 31 मई, 2024। भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने श्री अल्ट्राटेक सीमेंट लिमिटेड के साथ समझौता (एमओयू) किया है। इसके अंतर्गत बालको अल्ट्राटेक सीमेंट को 75,000 मीट्रिक टन फ्लाई ऐश की आपूर्ति करेगा, जिसका उपयोग कम कार्बन वाले सीमेंट के उत्पादन में किया जाएगा। कंपनी भारत के कुछ प्रमुख सीमेंट उत्पादकों को उच्च गुणवत्ता वाली फ्लाई ऐश का पसंदीदा आपूर्तिकर्ता बन गया है। इससे सीमेंट उद्योग में फ्लाई ऐश के सस्टेनेबल उपयोग के लिए महत्वपूर्ण सहयोग तथा सर्कुलर इकोनॉमी में बढ़ोत्तरी होगी।

फ्लाई ऐश थर्मल पावर उत्पादन का उप-उत्पाद है जो बालको के एल्यूमिनियम प्लांट की बिजली की जरूरतों को पूरा करने से उत्पादित होता है। इसमें विभिन्न उद्योगों में पुन: उपयोग की महत्वपूर्ण क्षमता है। सीमेंट उद्योग में अपने अंतर्निहित सीमेंटीय गुणों के कारण कच्चे माल के तौर पर इसकी मांग है। इसके उपयोग से पानी की खपत में कमी, बेहतर कार्य क्षमता, बेहतर यांत्रिक गुण और टिकाऊपन आदि शामिल है। इसके साथ औद्योगिक उप-उत्पाद होने के कारण फ्लाई ऐश के उपयोग से सीमेंट लागत तथा ऊर्जा बचत हुई है। सीमेंट निर्माण में फ्लाई ऐश का उपयोग करने से लगभग 700-800 किलोग्राम कार्बन उत्सर्जन, 4.2 मिलियन गीगा जूल ऊर्जा और प्रति टन 341 लीटर पानी बचाया जा सकता है।

फ्लाई ऐश का उपयोग सीमेंट के अलावा ईंट निर्माण, सड़क निर्माण, इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट और कृषि जैसे विभिन्न क्षेत्रों में किया जाता है। भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बड़े पैमाने पर परियोजनाओं का कार्यान्वयन हुआ जिससे फ्लाई ऐश के उपयोग में वृद्धि हुई है। बालको के बिजली संयंत्र में उच्च गुणवत्ता वाले कोयला इस्तेमाल से कम सल्फर तथा उच्च गुणवत्ता वाली राखड़ होता है जो सीमेंट उत्पादन, ईंट एवं सड़क निर्माण के लिए आदर्श उत्पाद है। वित्तीय वर्ष 2024 में बालको ने विभिन्न उद्योगों की जरूरतों को पूरा करते हुए 4 मिलियन मीट्रिक टन से अधिक फ्लाई ऐश की आपूर्ति की है। इस पहल से 150 प्रतिशत राखड़ का उपयोग सुनिश्चित हुआ है। हमारे रिसोर्स एफिशिएंसी और एनवायरमेंटल सस्टेनेबिलिटी को अधिकतम करने की प्रतिबद्धता के अनुरूप है।

बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री राजेश कुमार ने कहा कि हम उप-उत्पादों के प्रभावी उपयोग को सुनिश्चित करके सर्कुलर इकोनॉमी पहल को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। ऐसे इंडस्ट्री एमओयू से कई लाभ हुए हैं जिसमें सीमेंट निर्माण के गुणवत्ता में बढ़ोत्तरी, लागत में कमी और सस्टेनेबिलिटी लाभ के साथ ही प्रभावी अपशिष्ट प्रबंधन में भी सहायता मिली है। हमारे वेस्ट टू वेल्थ पहल का उद्देश्य वैल्यू चैन को विकसित करना है जो हमारे उप-उत्पादों को अन्य उद्योगों के लिए मूल्यवान संसाधनों में परिवर्तित करते हैं। यह समझौता हमारे रिसोर्स एफिशिएंसी और एनवायरमेंटल सस्टेनेबिलिटी को अधिकतम करने की प्रतिबद्धता के अनुरूप है।

अल्ट्राटेक सीमेंट के श्री प्रवीण कुमार, वरिष्ठ महाप्रबंधक (आरएम और ईंधन पूर्वी क्लस्टर) ने एमओयू पर खुशी जाहिर करते हुए इससे होने वाले पारस्परिक लाभों के महत्व को बताया। उन्होंने कहा कि बालको के साथ एमओयू सस्टेनेबल प्रैक्टिस के प्रति हमारी प्रतिबद्धता के अनुरूप है। सीमेंट उत्पादन में फ्लाई ऐश का उपयोग न केवल उत्पाद की गुणवत्ता को बढ़ाता है बल्कि हमारे सस्टेनेबिलिटी प्रयासों के प्रति कंपनी की कटिबद्धता को भी दर्शाता है।


Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also
Close