June 29, 2025 |

NEWS FLASH

Latest News
स्वच्छता दीदियों का ड्राईविंग लाईसेंस बनाने 02 जुलाई को सियान सदन में लगेगा शिविरकोरबा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ठेका घोटाला : डॉ. गोपाल कंवर और लेखाधिकारी अशोक कुमार महिपाल की जोड़ी का कमाल, ठेकेदार मालामाल…भारतमाला घोटाला: निलंबित पटवारी ने लगाई फांसी, सुसाइड नोट में लिखा- ‘मैं निर्दोष हूं’बलौदाबाजार में फैला डायरिया, कलेक्टर ने अस्पताल पहुंचकर लिया हालात का जायजाडिप्टी सीएम शर्मा ने पंचमुखी बूढ़ा महादेव मंदिर में किया जलाभिषेकनवाचार और तकनीक से सशक्त होंगे अन्नदाता : विष्णुदेव सायगद्दा बनाने वाली फैक्ट्री में लगी आग, युवक की मौत..अवैध सितार निर्माण फैक्ट्री में दबिश, दस्तावेज के अभाव में फैक्ट्री सीलबीजापुर में 13 हार्डकोर नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पणजांजगीर चांपा पुलिस की सराहनीय पहल: निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन
नेशनल

गठिया दिवस : प्रदूषण से बढ़ा गठिया रोग का खतरा, शोध में हुआ चौंकाने वाला खुलासा

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

प्रदूषण कणों की वजह से गठिया रोग का खतरा बढ़ जाता है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की ओर से किए गए एक अध्ययन में यह बात सामने आई है।अध्ययन के दौरान प्रदूषण की वजह से 20 फीसदी लोगों में गठिया जैसी ऑटोइम्यून बीमारी के तत्व बढ़े पाए गए।
एम्स की रुमेटॉलोजी विभाग की प्रमुख प्रोफेसर डॉ. उमा कुमार ने बताया कि प्रदूषण से गठिया जैसे रोगों के संबंधों को और पुख्ता करने के लिए उन्होंने दिल्ली में पिछले 10 वर्षों से रह रहे 18 से 60 साल की उम्र के 350 स्वस्थ लोगों के ब्लड सैंपल लिए।
इनमें पता किया गया कि इन्हें गठिया जैसी ऑटोइम्यून बीमारियों के तत्व बढ़ते हैं या नहीं। इसमें 20 फीसदी लोगों में पॉजिटिव एंटीबॉडी मिले जिनकी वजह से गठिया जैसी ऑटोइम्यून बीमारियां होती हैं। वहीं, 76 फीसदी लोगों के सीरम में ऑक्सेडेटिव स्ट्रेस बढ़ा पाया गया।
खून में घुल जाते हैं-
पीएम 2.5 और एक माइक्रॉन जितने छोटे आकार के कण सांस लेते वक्त शरीर के अंदर जाकर खून में घुल जाते हैं। शरीर का प्रतिरोधी तंत्र इन्हें बाहरी कण समझकर इनसे लड़ने के लिए एंटीबॉडी पैदा करने लगता है। ये एंटीबॉडी घुटनों या दूसरे जोड़ों की कोशिकाओं पर भी हमला करने लगते हैं।
एक अध्ययन में यह साबित हो चुका है कि जब प्रदूषण के स्तर में इजाफा होता है तो गठिया पीड़ित लोगों में इसके लक्षण बढ़ने लगते हैं। इससे जोड़ों में दर्द, जकड़न और सूजन की परेशानी हो सकती है।

Related Articles

Check Also
Close