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आरती विकास अग्रवाल ने शासकीय मिनीमाता कन्या महाविद्यालय को लेकर लिया बड़ा निर्णय

कोरबा। शासकीय मिनीमाता कन्या महाविद्यालय, कोरबा में जनभागीदारी समिति की अध्यक्ष श्रीमती आरती विकास अग्रवाल की अध्यक्षता में 18 अक्टूबर को समिति की पहली बैठक आयोजित हुई। बैठक में प्राचार्य डॉ. राजेन्द्र सिंह और समिति के सभी सदस्यों की उपस्थिति रही। बैठक के दौरान कई महत्वपूर्ण विकास प्रस्तावों पर गहन विचार-विमर्श किया गया और उनमें से कई पर स्वीकृति की मुहर लगाई गई।

महाविद्यालय की नई दिशा में पहला कदम

बैठक के बाद अध्यक्ष श्रीमती आरती विकास अग्रवाल ने बताया कि यह जनभागीदारी समिति की नई कार्यकारिणी की पहली बैठक थी, जो काफी सफल रही। उन्होंने कहा, “कोरबा की अस्मिता का प्रतीक मिनीमाता की मूर्ति के जीर्णोद्धार को प्राथमिकता दी जाएगी।” उन्होंने महाविद्यालय में अन्य विकास कार्यों के बारे में भी विस्तार से बताया। इनमें पुताई, प्राचार्य कक्ष में टाइल्स लगाना, ड्रैनेज सिस्टम में सुधार, मीटिंग हॉल में फर्नीचर की उचित व्यवस्था, वाशरूम की मरम्मत, कन्या छात्रावास के पीछे जर्जर बाउंड्रीवाल की मरम्मत, और स्मार्ट कक्षाओं का नवीनीकरण शामिल है।

अध्यक्ष ने यह भी बताया कि महाविद्यालय में अधिक स्मार्ट कक्षाओं की स्थापना की जाएगी ताकि छात्रों को डिजिटल शिक्षा का लाभ मिल सके। उन्होंने खेलकूद को प्रोत्साहित करने के लिए नवीन क्रीड़ांगन का निर्माण और मौजूदा खेल मैदान की सफाई कर उसे फिर से उपयोग में लाने का प्रस्ताव भी रखा, जिसे सर्वसम्मति से स्वीकृत किया गया।

महाविद्यालय के समग्र विकास की प्रतिबद्धता

श्रीमती आरती विकास अग्रवाल ने बताया कि जनभागीदारी समिति महाविद्यालय के समग्र विकास के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि महाविद्यालय के इंफ्रास्ट्रक्चर को और बेहतर बनाने के लिए समिति पूरी सक्रियता से काम कर रही है। उन्होंने कहा, “हम महाविद्यालय में शिक्षा, खेलकूद और अन्य सह-शैक्षिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं।”

महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. राजेन्द्र सिंह ने भी समिति की पहल की सराहना की और विकास कार्यों को महाविद्यालय की प्रगति के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने बताया कि इन सभी कार्यों को जनभागीदारी फंड के माध्यम से पूरा किया जाएगा, जिससे महाविद्यालय को अतिरिक्त संसाधनों की आवश्यकता नहीं होगी। इससे छात्रों को बेहतर शैक्षिक और सह-शैक्षिक वातावरण मिलेगा।

इससे पहले प्राचार्य डॉ. राजेन्द्र सिंह और महाविद्यालय के सभी अध्यापकों ने अध्यक्ष और समिति के सदस्यों का गर्मजोशी से स्वागत किया। डॉ. सिंह ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि महाविद्यालय के विकास में जनभागीदारी समिति का योगदान अत्यधिक महत्वपूर्ण है।

उन्होंने बताया कि महाविद्यालय की जनभागीदारी समिति ने महाविद्यालय को उन्नत बनाने के लिए जो कदम उठाए हैं, वह निश्चित रूप से छात्रों, शिक्षकों और स्थानीय समाज के लिए लाभदायक होंगे। साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि महाविद्यालय प्रशासन इन सभी प्रस्तावों को समय पर लागू करने में पूर्ण सहयोग करेगा।

महाविद्यालय को उत्कृष्टता की ओर ले जाने का संकल्प

श्रीमती आरती विकास अग्रवाल ने कहा कि जनभागीदारी समिति महाविद्यालय को और अधिक संसाधन मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, “हमारे उद्देश्य महाविद्यालय को शैक्षिक उत्कृष्टता की ओर ले जाने और छात्रों को आधुनिक सुविधाएं प्रदान करने पर केंद्रित हैं।”

उन्होंने आगे बताया कि मिनीमाता की मूर्ति के साथ ही महाविद्यालय के प्रवेश द्वार के काऊकेचर का भी जीर्णोद्धार किया जाएगा, ताकि महाविद्यालय की पहचान और प्रतिष्ठा को और मजबूत किया जा सके।

जनभागीदारी समिति की यह बैठक महाविद्यालय के लिए एक सकारात्मक कदम साबित हुई और इससे यह स्पष्ट हो गया कि महाविद्यालय के विकास और सुधार कार्यों में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।

शासकीय मिनीमाता कन्या महाविद्यालय कोरबा में जनभागीदारी समिति की इस पहली बैठक से महाविद्यालय को न सिर्फ संरचनात्मक सुधारों की दिशा में बढ़ावा मिलेगा, बल्कि छात्रों को एक आधुनिक, समृद्ध और प्रेरणादायक शैक्षिक वातावरण प्राप्त होगा। महाविद्यालय के विकास और छात्रों की उन्नति के इस सकारात्मक प्रयास के लिए जनभागीदारी समिति के सभी सदस्यों और महाविद्यालय प्रशासन की सराहना की जा रही है।

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