छत्तीसगढ़ में श्रमिक कल्याण की नई इबारत: ₹31.81 करोड़ खातों में, बच्चों की शिक्षा होगी मुफ्त

छत्तीसगढ़ में श्रमिक कल्याण की नई इबारत: ₹31.81 करोड़ खातों में, बच्चों की शिक्षा होगी मुफ्त
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन और श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन की अगुवाई में ऐतिहासिक पहल
छत्तीसगढ़ सरकार ने श्रमिकों और उनके परिवारों के लिए एक ऐतिहासिक पहल की। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन और श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन की सक्रिय अगुवाई में 78,000 से अधिक श्रमिकों के बैंक खातों में ₹31.81 करोड़ की राशि सीधे डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से जमा की गई। शंकर नगर स्थित श्रम मंत्री निवास कार्यालय में आयोजित इस कार्यक्रम में श्रमिकों और विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
मुख्यमंत्री का मार्गदर्शन, श्रमिकों के लिए समर्पण
श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन ने कहा, “मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ सरकार श्रमिकों और उनके परिवारों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए पूरी ईमानदारी और प्रतिबद्धता से काम कर रही है। आज श्रमिकों के खातों में ₹31.81 करोड़ जमा किए गए, जो उनकी आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक और बड़ा कदम है।” मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि श्रमिकों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले, ताकि वे अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को सुधार सकें।
अगले शिक्षा सत्र से श्रमिकों के बच्चों को मिलेगा मुफ्त दाखिला
लखन लाल देवांगन ने यह भी घोषणा की कि आगामी शिक्षा सत्र से अटल उत्कृष्ट शिक्षा योजना के तहत श्रमिकों के बच्चों को मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का लाभ मिलेगा। उनके शिक्षा का पूरा खर्च सरकार द्वारा उठाया जाएगा, ताकि उनका भविष्य उज्जवल हो सके।
पिछले चार महीनों में ₹430 करोड़ की सहायता
पिछले चार महीनों में छत्तीसगढ़ सरकार ने श्रमिक कल्याण के तहत 3.26 लाख श्रमिकों को ₹430.03 करोड़ की राशि विभिन्न योजनाओं के माध्यम से वितरित की है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने 17 सितंबर 2024 को विश्वकर्मा जयंती पर डीबीटी योजना का शुभारंभ किया था, जिसके तहत श्रमिकों के खातों में सीधे राशि पहुंचाई जा रही है। आज का यह कार्यक्रम उसी विजन को आगे बढ़ाते हुए पांचवीं बार सहायता राशि के वितरण का गवाह बना।
श्रमिकों को सीधी मदद, योजनाओं का लाभ
कार्यक्रम के दौरान कई श्रमिकों को योजनाओं का लाभ प्रदान किया गया:
- मुकुल कुमार साहू, पल्लवी वर्मा और मुकेश तिवारी को 15-15 हजार रुपये की छात्रवृत्ति।
- गौरव देवांगन को 3,000 रुपये की छात्रवृत्ति।
- प्रियंका फ्रांसिस को निःशुल्क साइकिल के लिए 3,706 रुपये।
- मंगली कोठले को मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना के तहत 1 लाख रुपये।
- खिरो नायक को मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण योजना के तहत 20 हजार रुपये।
श्रम विभाग के प्रयासों से बदलेगी तस्वीर
श्रम मंत्री ने बताया कि छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सनिर्माण कर्मकार मंडल, संगठित कर्मकार राज्य सामाजिक सुरक्षा मंडल और श्रम कल्याण मंडल के माध्यम से योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन हो रहा है। मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में इन योजनाओं का उद्देश्य श्रमिकों को सशक्त करना और उनके परिवारों के जीवन स्तर को सुधारना है।
“श्रमिक हैं छत्तीसगढ़ की ताकत, उनके सपनों को देंगे नई उड़ान”
छत्तीसगढ़ सरकार की यह पहल श्रमिकों और उनके परिवारों के जीवन में स्थायी बदलाव लाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। श्रमिकों के बच्चों की शिक्षा और आर्थिक सशक्तिकरण पर केंद्रित यह प्रयास उन्हें आत्मनिर्भर और मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।