एमसीबी (ग्रामयात्रा छत्तीसगढ़ )। आज कलेक्ट्रेट सभागार में समय-सीमा की बैठक के दौरान कलेक्टर डी. राहुल वेंकट की अध्यक्षता एवं जिला पंचायत सीईओ श्रीमती अंकिता सोम शर्मा की उपस्थिति में जिला स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) अंतर्गत प्रबंधन समिति की बैठक हुई।
बैठक में स्वच्छता ही सेवा 2025 तथा स्वच्छोत्सव अभियान के सुचारू क्रियान्वयन पर विस्तार से चर्चा की गई और जनप्रतिनिधियों तथा समुदाय की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने पर विशेष जोर दिया गया। इस अवसर पर परसगढ़ी स्थित प्लास्टिक प्रबंधन इकाई को चनवारीडांड में स्थापित करने और ग्रामीण एवं शहरी एसआरसीएम सेंटर्स के समन्वय से संचालन कराने के निर्देश दिए गए।
चैनपुर में स्थापित फीकल स्लज ट्रीटमेंट प्लांट के प्रभावी संचालन के लिए शहरी निकायों के डी-स्लज वाहनों की व्यवस्था करने और समुचित प्रबंधन सुनिश्चित करने की बात कही गई। वित्तीय वर्ष 2024-25 एवं 2025-26 में स्वीकृत सामुदायिक शौचालयों के गुणवत्तापूर्ण निर्माण की प्रगति की समीक्षा की गई और महतारी सदन के पास स्वीकृत सामुदायिक शौचालय निर्माण कार्य को समयबद्ध तरीके से पूर्ण करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर डोर-टू-डोर अपशिष्ट संग्रहण एवं पृथक्करण कार्य को नियमित रूप से संचालित करने, सात स्वच्छाग्रहियों को 15वें वित्त से मानसिक स्वच्छता मानदेय उपलब्ध कराने तथा सिंगल यूज प्लास्टिक प्रतिबंध को लागू करने के लिए मांडल ग्राम पंचायत का चयन कर ठोस क्रियान्वयन करने पर बल दिया गया। इस दौरान बताया गया कि वर्ष 2017 से प्रत्येक वर्ष 2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती “स्वच्छ भारत दिवस” के रूप में मनाई जा रही है, जिसका उद्देश्य लोगों की सोच में बदलाव लाते हुए उन्हें स्वच्छता के प्रति जागरूक करना और ग्राम स्वच्छता में सामूहिक भागीदारी को प्रोत्साहित करना है।
इस वर्ष भी 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर 2025 तक “स्वच्छोत्सव” थीम पर अभियान चलाया जा रहा है। इसके अंतर्गत 25 सितम्बर 2025 को प्रातः 8 बजे जिलेभर में “एक दिन, एक घंटा, एक साथ” श्रमदान का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सभी शासकीय कार्यालयों, हाट बाजारों और पर्यटन स्थलों पर व्यापक जनभागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
बैठक में पूजा समितियों के साथ चर्चा कर पंडालों में प्लास्टिक के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने, आसपास सफाई अभियान चलाने, पर्याप्त कूड़ेदान की व्यवस्था करने और सामुदायिक शौचालयों की स्वच्छता सुनिश्चित करने पर विशेष बल दिया गया। साथ ही यह भी तय किया गया कि
जिले के 50 हाट बाजार स्थलों और प्रमुख पर्यटन स्थलों जैसे अमृतधारा, सिद्धबाबा मंदिर, चांगदेवी मंदिर, कैलाश मंदिर भरतपुर, हरचोका (सीतामढ़ी), महामाया मंदिर, रमदहा वॉटरफाल एवं अन्य स्थलों पर सामुदायिक सहभागिता के साथ श्रमदान कराया जाएगा।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि अभियान का समापन 2 अक्टूबर को “स्वच्छ भारत दिवस” के रूप में किया जाएगा और इसके लिए संलग्न पत्रानुसार सभी विभाग आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करेंगे।
इस महत्वपूर्ण बैठक में अपर कलेक्टर अनिल कुमार सिदार, विनायक शर्मा, श्रीमती नम्रता आनंद डोंगरे, संयुक्त कलेक्टर सी.एस. पैकरा, एसडीएम लिंगराज सिदार, डिप्टी कलेक्टर श्रीमती इंदिरा मिश्रा, विजयेंद्र सारथी, सभी तहसीलदार, जनपद सीईओ, नगर पंचायत सीएमओ, जिला अधिकारी एवं बड़ी संख्या में कर्मचारी उपस्थित रहे।

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