धरमजयगढ़ से पहुंचे 97 हाथी

रायगढ़ (ग्रामयात्रा छत्तीसगढ़ )। अंचल के जंगलों में एक बार फिर से हाथियों की संख्या बढ़ गई है।रायगढ़ जिले में अलग-अलग जंगल में 152 हाथी विचरण कर रहे हैं।
हाथी प्रभावित क्षेत्रों में ग्रामीणों के बीच डर का माहौल है तो वन विभाग मुनादी कराकर लोगों को अकेले जंगल जाने से मना कर रहा है। वही कोरबा जिले के कटघोरा क्षेत्र के जंगल में 46 हाथियों का दल विचरण कर रहा है।धरमजयगढ़ वन मंडल में हाथियों की संख्या 90 से ज्यादा थी, लेकिन अब अलग-अलग हाथियों का दल रायगढ़ के जंगल में आ पहुंचा है।
रायगढ़ वन मंडल में 97 हाथी विचरण कर रहे हैं और इसमें सबसे ज्यादा हाथी घरघोड़ा रेंज के कुडुमकेला क्षेत्र में 42 और देहरीडीह क्षेत्र में 23 मौजूद हैं। इसके अलावा धरमजयगढ़ वन मंडल के छाल रेंज में 10 हाथी हैं। बाकी जंगल में अलग-अलग झुंड में विचरण कर रहे हैं।
लगातार की जा रही निगरानी : अमलीडीह के ग्रामीणों ने बताया कि जब हाथी गांव के करीब होते हैं और वन विभाग द्वारा मुनादी कराई जाती है तब ग्रामीण सतर्क हो जाते हैं।
इसके बाद खेतों के पास जमा हो जाते हैं, ताकि खेतों को बचाया जा सके। वहीं, धरमजयगढ़ के ग्रामीणों ने बताया कि हाथी अभी रायगढ़ की ओर गए हैं और रात में कभी भी लौट सकते हैं।
मादा हाथियों की संख्या ज्यादा
बताया जा रहा है कि 2 वन मंडल में 152 हाथी हैं और इसमें मादा हाथियों की संख्या ज्यादा है। इसमें रायगढ़ वन मंडल नर 20, मादा 51 और 26 शावक हैं। धरमजयगढ़ वन मंडल में नर 14, मादा 22 और शावक 19 हैं। कुल नर हाथी की संख्या 34, शावक 45 और मादा हाथी 73 हैं।
कोरबा जिले में 46 हाथी
कटघोरा वनमंडल क्षेत्र से अलग-अलग 3 ग्रुप में हाथी विचरण कर रहे हैं। इनमें से केंदई में 14, एतमानगर में 17, झटका में 14 एवं पासान क्षेत्र में एक हाथी विचरण कर रहे हैं। इस इलाके में हाथी जंगलों में है। इसलिए बस्ती क्षेत्र के लोगों को ज्यादा खतरा नहीं है। लेकिन समय समय पर लोगों को सतर्क किया जा रहा है।