July 31, 2025 |

NEWS FLASH

Latest News
बिलासपुर में आर्किटेक्ट फर्जीवाड़ा : 10 साल से चल रहा था नक्शा पासिंग का खेल, असली खुलासा अब हुआASI का भ्रष्ट खेल उजागर: रिश्वत लेकर आरोपी को लौटाया जब्त मोबाइल, कोर्ट आदेश को दिखाया ठेंगा — शिकायत करने पर दी धमकी, ऑडियो वायरलमहिला अधिकारी ने डीएमसी के खिलाफ की थी झूठी शिकायत ! प्रशासन की जांच में आरोप पाए गए गलत, किसके शह पर बिछाए गए थे मोहरे पढ़िए पूरी रिपोर्ट…शोक समाचार :  पत्रकार एवं छत्तीसगढ़ अखबार वितरक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विनोद सिन्हा नहीं रहेONC BAR पर प्रशासन की चुप्पी पर उठा विवाद, विश्व हिंदू परिषद ने जताई नाराज़गीबिलासपुर कलेक्टर की अनुकरणीय पहल – पशु व जनहित में सराहनीय कदमसीएम साय ने किया ‘गौ विज्ञान परीक्षा अभियान 2025’ का शुभारंभग्रीन उद्यम की परिकल्पना को साकार करने साय सरकार दे रही विशेष पैकेज: उद्योग मंत्री श्री लखन लाल देवांगनबालको महिला मंडल ने धूमधाम से मनाया तीज महोत्सव“जब कोई साथ नहीं होता… तब ‘आगाज़ इंडिया’ साथ होता है” ‘आख़िरी सफर’ — एक संवेदनशील और मानवीय पहल
छत्तीसगढ़नेशनल

हटकी बैंक के कर्ज ने ले ली महिला की जान, क़िस्त नहीं चुका पा रही थी तो एजेंट ने कहा ‘जाओ मर जाओ’, लगा ली फांसी

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

कटिहार : कर्ज के दलदल में फंसी एक महिला का अंत दुखद रहा। रिकवरी एजेंट की धमकियों से परेशान महिला को जब कुछ नहीं सूझा तो उसने फांसी लगाकर जान दे दी। महिला ने करीब 70 हजार रूपये का कर्ज एक फाइनेंस बैंक से लिया था। इसकी अदायगी और क़िस्त भुगतान के लिए बैंक के एजेंट महिला पर लगातार दबाव बना रहे थे। मामला बिहार के कटिहार का जिले का हैं। बहरहाल पुलिस ने शव को बरामद कर मामले की जांच शुरू कर दी हैं।

जानकारी के मुताबिक़ कटिहार के सागरात पंचायत के वार्ड 10 की रहने वाली पुतुल देवी ने करीब सात माह पहले उत्कर्ष फाइनेंस नाम के बैंक से 70 हजार रूपये कर्ज लिया था। इस कर्ज से वह अपनी माली हालत सुधारने की कोशिश में जुटी थी, साथ ही दो बच्चों की भी परवरिश भी कर रही थी। इस लोन के बदले उसे हर महीने बैंक को 13 सौ रुपये लौटाने थे। पुतुल बाई समय पर पैसे अदा कर रही थी लेकिन इस महीने वह क़िस्त का भुगतान नहीं कर पाई थी।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक़ लोन की रिकवरी के लिए दो एजेंट पुतुल बाई के घर आये हुए थे। वे उस पर लगातार पैसे देने का दबाव डाल रहे थे। पुतुल ने जब असमर्थता जताई तो एजेंटो ने कथित तौर पर कहा कि वह फांसी लगाकर जान दे दे, लोन माफ़ हो जाएगा। एजेंटो की इसी बात से आहत दो बच्चो की माँ पुतुल बाई ने घर पर ही फंदा डाल लिया और फांसी पर झूल गई।

दूसरी तरफ उत्कर्ष बैंक के मैनेजर लोन रिकवरी के दबाव में आत्महत्या की बात से साफ़ इंकार कर रहे हैं। मैनेजर चेतन कुमार का कहना हैं कि महिला ने किन परिस्थितियों में अपनी जान दी हैं ये देखना होगा। पुलिस ने पूरे मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी हैं। जांच के बाद उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन दिया हैं। बहरहाल इस तरह की घटनाओ ने फिर से एक बार प्रशासन और सरकार के उन दावों की पोल खोल दी जिसमे वे ग्रामीणों को न्यूनतम ब्याज या बिना ब्याज के ऋण उपलब्ध कराने की बाते कहते है।

123
123
123
123
123
123

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also
Close