March 13, 2025 |

NEWS FLASH

Latest News
बालको के ‘उन्नति उत्सव’ कार्यक्रम में उत्कृष्ट योगदान के लिए महिलाओं का सम्मानहोली पर जुमे की नमाज के समय में बदलाव, छग वक्फ बोर्ड का बड़ा फैसलाआमापाली गांव में अवैध बोर खुदाई, दो बोरवेल वाहन जब्तपंचायत अध्यक्ष-उपाध्यक्ष चुनाव के दौरान भिड़े भाजपा-कांग्रेस कार्यकर्ता…CGPSC प्रीलिम्स 2024 का रिजल्ट जारी, 3737 अभ्यर्थी मेंस के लिए क्वालीफाईअंधेरे में जीवन बिता रहे ग्रामीणों को अब लालटेन से मिली छुटकारारायपुर में कार सवार युवकों से करोड़ों की नगदी बरामद, हवाला का शक14 मार्च को मदिरा दुकान रहेगा बंदभारतीय सेना में भर्ती की अधिसूचना जारीसतत विकास लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए फील्ड में सही तरीके से लागू करना है : संभागायुक्त
अन्तर्राष्ट्रीय

भारत के दबाव में पाकिस्तान ने आतंकियों के खिलाफ बनाया कानून, लगेगी पाबंदी

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

पुलवामा हमले के बाद भारत समेत अंतरराष्ट्रीय समुदाय के भारी दबाव के बीच पाकिस्तान ने आतंकियों और आतंकी संगठनों के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंधों को लागू करने के लिए सोमवार को एक कानून का एलान किया। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से आतंकी घोषित किए गए व्यक्तियों एवं संगठनों पर कार्रवाई करने के लिए पाकिस्तान पर भारी दबाव है। उसे बार-बार कहा गया है कि वह उसकी जमीन से आतंकी गतिविधियां चला रहे संगठनों और लोगों पर प्रभावी कार्रवाई करे। भारत ने उसे जैश-ए-मोहम्मद के खिलाफ कदम उठाने के लिए एक डोजियर सौंपा है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सरकार ने सुरक्षा परिषद अधिनियम, 1948 के प्रावधानों के अनुसार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (धन-संपत्ति पर रोक और जब्ती) आदेश 2019 जारी किया। इस आदेश का उद्देश्य आतंकी घोषित व्यक्तियों और संगठनों के खिलाफ सुरक्षा परिषद प्रतिबंधों को लागू करने की प्रक्रिया को सुचारु बनाना है।
रविवार को सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा था कि सरकार ने पहले भी जैश-ए-मोहम्मद समेत प्रतिबंधित संगठनों के खिलाफ कदम उठाए हैं। उनके खिलाफ कोई भी भावी कार्रवाई राष्ट्रीय कार्ययोजना तथा वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) के संबंध में पाकिस्तान के वादों के आलोक में होगी।
एक शीर्ष सरकारी सूत्र ने बताया कि पाकिस्तान ने भारत के साथ तनाव घटाने के लिए जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर समेत आतंकी संगठनों पर कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। जैश के खिलाफ कार्रवाई शीघ्र ही किसी भी समय होने की संभावना है। ‘डॉन’ अखबार ने भी सोमवार को खबर दी कि देश में चरमपंथी और आतंकी संगठनों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई जल्द हो सकती है।
नए कानून से पाकिस्तान को प्रतिबंधित संगठनों और व्यक्तियों की संपत्तियों को जब्त कर और सुरक्षा परिषद के प्रति अपने दायित्वों को पूरा करने में मदद मिलने की उम्मीद है। अमेरिका ने पिछले महीने पाकिस्तान से सुरक्षा परिषद द्वारा नामित आतंकी संगठनों एवं उनके नेताओं के पैसों और अन्य वित्तीय संपत्तियों पर अविलंब रोक लगाने को कहा था।
पाकिस्तान पर पेरिस स्थित वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (एफएटीएफ) भी आतंकवाद के वित्तपोषण को बंद करने के अपने वादों को पूरा करने का दबाव डाल रहा है। एफएटीएफ ने पिछले साल जून में पाकिस्तान को अपनी निगरानी सूची में डाल दिया था ताकि वह आतंकी संगठनों को मदद देना बंद कर करे।

gramyatracg

Related Articles

Check Also
Close