March 12, 2025 |

NEWS FLASH

Latest News
रायपुर में कार सवार युवकों से करोड़ों की नगदी बरामद, हवाला का शक14 मार्च को मदिरा दुकान रहेगा बंदभारतीय सेना में भर्ती की अधिसूचना जारीसतत विकास लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए फील्ड में सही तरीके से लागू करना है : संभागायुक्तहथकरघा बना कौडूटोला की महिलाओं की ताकतओडि़सा सरकार ने ग्राम खैरझिटी की दमयंती सोनी को किया सम्मानितडीएमएफ से शिक्षा,स्वास्थ्य सहित आम नागरिको से जुड़ी समस्याओं के लिए किए जाएंगे विकास के कार्यप्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना, पंजीयन 31 तकसूचना का अधिकार अधिनियम के संबंध में प्रशिक्षण कार्यशालाराजमोहिनी देवी तेन्दूपत्ता संग्राहक सामाजिक सुरक्षा योजना
नेशनल

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा भारत को विदेशी चश्मे की जगह देशी चश्मे से देखे

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की आजादी की लड़ाई में नेताजी सुभाषचन्द्र बोस के योगदान का स्मरण करते हुए भारत को विदेशी चश्मे की बजाय स्वदेशी चश्मे से देखने और नेताजी के बताए रास्तों पर चलकर नए भारत के निर्माण में लोगों की भागीदारी का आह्वान किया है।
मोदी ने रविवार को लाल किले की प्राचीर से आजाद हिन्द सरकार की स्थापना के 75 साल पूरे होने पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि नेताजी ‘बांटो और राज करो’ की नीति को जड़ से उखाड़ना चाहते थे। उन्होंने नए भारत का सपना देखा था लेकिन आजादी के बाद वह पूरा नहीं हुआ। विध्वंसकारी शक्तियां देश की एकता और संविधान पर हमले कर रही हैं। इस अवसर पर नेताजी के भतीजे, आजाद हिन्द फौज के उनके साथी और स्वतं‍त्रता सेनानी भी मौजूद थे।
प्रधानमंत्री ने देश को आजादी मिलने से पहले आजाद हिन्द फौज के मुकदमे की लाल किले पर सुनवाई और समानांतर सरकार के गठन का जिक्र करते हुए कहा कि नेताजी का एकमात्र उद्देश्य मां भारती को गुलामी की जंजीरों से मुक्त करना था। जगत सेवा ही उनका भाव था और इसके लिए उन्होंने यातनाएं सहीं। वे पहले गांधीजी के साथ रहे, पर बाद में सशस्त्र क्रांति का मार्ग अपनाया और उस अंग्रेज सरकार से संघर्ष किया जिसके राज्य में कभी सूर्य अस्त ही नहीं होता था।

gramyatracg

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also
Close