August 6, 2025 |

NEWS FLASH

Latest News
कलेक्टर ने जनदर्शन में सुनी लोगों की समस्याएंसरकार की 100 यूनिट तक ‘हाफ बिजली बिल योजना’ पर भड़के दीपक बैज, कहा- जनता के साथ लूटकांवड़ पर सिस्टम: उफनती नदी बनी बाधा, ग्रामीणों ने कांवड़ से गर्भवती को एंबुलेंस तक पहुंचायास्वास्थ मंत्री जायसवाल ने कोण्डागांव व फरसगांव में चिकित्सालयों का किया निरीक्षणकन्या छात्रावासों व कन्या आवासीय विद्यालयों में डीएमएफ से महिला होमगार्ड की होगी नियुक्तिजिला उपभोक्ता आयोग कोरबा में ई-हियरिंग से प्रकरणो की सुनवाई प्रारंभCG Medical College निर्माण : सरकार की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति के तहत डीबी प्रोजेक्ट को सौंपा गया जिम्मा चार मेडिकल कॉलेज अब मिलेंगे गुणवत्तापूर्ण बुनियादी ढांचे के साथ, जनता को मिलेगा स्वास्थ्य सेवा में स्थायी लाभJail Break Update : राजा और सरना को पुलिस ने भागते पकड़ लिया, दशरथ और चंद्रशेखर की तलाश जारी, 25 फीट दीवार कूद फरार हुए 4 में से 2 आरोपी पकड़ाए, जेल ब्रेक के 3 दिन बाद मिली सफलता…हर-घर तिरंगा कार्यक्रम में सभी उत्साह से भाग लें : राज्यपाल डेकाआधा दर्जन फ्लैट्स में चोरी करने वाले 2 अंतर्राज्यीय चोर गिरफ्तार
छत्तीसगढ़

खूंटाघाट व खारंग जलाशय से रबी फसल के लिए किसानों को नहीं मिलेगा पानी, बढ़ी चिंता

सिंचाई के साधन वाले खेतों में 12-12 घंटे चल रहें ट्यूबवेल, जल संकट का खतरा गहराया

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

बिलासपुर। खारंग डिवीजन के खूंटाघाट बांध में इन दिनों 4० फीसदी पानी भरा हुआ है। खरीफ फसल को पानी देने के बाद बचा यह पानी ग्रीष्मकाल में सूख्ो तालाबों को भरने के लिए उपयोग किया जाएगा, ताकि लोगों को निस्तारी के लिए पानी मिल सके। लिहाजा रबी फसल में इस जलाशय से किसानों को सिचाई के लिए पानी नहीं मिल पाएगा।
जिले के किसान बड़ी उम्मीद में रबी फसल लगा चुके हैं, मगर उन्हें बांध में पानी नहीं होने के कारण सिंचाई का लाभ नहीं मिल पाएगा। धान का समर्थन मूल्य और बोनस मिलने से गदगद किसानों ने अब दो फसली के रुप में ग्रीष्मकालीन धान की रोपाई शुरु कर दी है। जिन किसानों के पास सिंचाई के साधन हैं वो दिन-रात पंप रहे हैं। लेकिन जिनके पास सिंचाई के साधन नहीं हैं और जो नहरों के सहारे ख्ोतों में ग्रीष्मकालीन धान, गेंहू के फसल ले रहे हैं, उन किसानों को पानी नहीं मिलने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
० घोंघा जलाशय में 21 प्रतिशत पानी
जल संसाधन विभाग के अधिकारियों की मानें तो खूंटाघाट के साथ घोंघा जलाशय से भी इस बार किसानों को पानी नहीं मिल पाएगा। कोटा तहसील में बीते मानसून में बारिश कम हुई थी। इसके चलते घोंघा जलाशय में जलभराव काफी कम रहा।
इस जलाशय में वर्तमान में महज 21 फीसदी पानी है, इसलिए रबी फसल में इस जलाशय से सिचाई के लिए पानी नहीं दिया जा सकता। लिहाजा किसानों को रबी फसल के लिए टñूबवेल पर ही आश्रित रहना होगा।

Related Articles

Check Also
Close