November 8, 2024 |

NEWS FLASH

Latest News
कोतवाली में भिड़े दो एएसआइ ने एक- दूसरे पर जमकर बरसाए बेल्ट-मुक्केहम सभी ध्यान दें तो क्षेत्र को बहुत जल्दी बना सकते हैं बाल विवाह मुक्तः मनोज जायसवालहर्बल और आर्गेनिक उत्पादों की बढ़ी डिमांडखेतों में घुस रहा फैक्ट्री का गंदा पानी, धरसींवा के किसान परेशानउगते सूर्य को अर्घ्य देकर महिलाओं ने मांगी मुरादआपस में भिड़े ASI: एक का टूटा हाथ, दूसरे का दांत, दोनों लाइन अटैच…सीएम साय ने कांग्रेस पर लगाए जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देने के आरोपजाब कार्ड अपडेट करते हुए कार्यस्थलों पर मनाया गया रोजगार दिवसफांसी के फंदे पर लटका मिला युवक का शव, हाथ और पीठ पर मिले निशान..जांच में जुटी पुलिसपार्षद नरेंद्र देवांगन पहुंचे विभिन्न छठ घाट, दिया अर्घ्य, व्रतियों को दी शुभकामनाएं
छत्तीसगढ़राजनीती

अरुण वोरा या अमितेष में से कोई एक मंत्री बनेगा या दोनों ही कटेंगे?

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

रायपुर। छत्तीसगढ़ के नये दस मंत्रियों की शपथ 25 दिसंबर को 11 बजे राजधानी रायपुर के पुलिस ग्राउंड में होना तय है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल नये मंत्रियों के नाम पर अत्यंत गोपनीयता बरते हुए हैं।
सत्यनारायण शर्मा, रविन्द्र चौबे, धनेंद्र साहू एवं मोहम्मद  अकबर ऐसे बड़े नाम हैं जिनका मंत्री बनना तय माना जा रहा है। वहीं मनोज मंडावी, डॉ. शिव कुमार डहरिया, उमेश पटेल एवं श्रीमती अनिला भेंडिया को मंत्री मंडल में शामिल करने की चर्चा है।
यह भी अनुमान लगाया जा रहा है सरगुजा तरफ से प्रेमसाय सिंह टेकाम एवं अमरजीत भगत में से कोई एक मंत्री होगा। तो क्या अमितेष शुक्ल एवं अरुण वोरा मंत्री बनने से रह जाएंगे यह सवाल हवा में तैर रहा है।
इन नामों पर पेचिदगी बने रहने के पीछे कारण दुर्ग डिवीजन से खुद भूपेश बघेल तो मुख्यमंत्री हैं ही ताम्रध्वज साहू भी मंत्री पद की शपथ ले चुके हैं। फिर रविन्द्र चौबे, अरुण वोरा एवं श्रीमती अनिला भेंडिया भी उसी दुर्ग परिक्षेत्र से हैं।
चौबे वरिष्ठता क्रम में ऊपर हैं तो किसी एक महिला को मंत्री पद में लेने के मापदंड पर श्रीमती अनिला भेंडिया खरी उतरती दिख रही हैं। वे न सिर्फ लगातार दूसरी बार चुनाव जीतकर आई हैं अपितु अनुसूचित जनजाति वर्ग से भी हैं।
अब राजधानी रायपुर की बात करें तो यहां की सीट से दिग्गज नेता सत्यनारायण शर्मा चुनाव जीते हैं। वहीं अमितेष शुक्ल राजिम से जरूर जीते हैं, लेकिन हैं रायपुर के। फिर शर्मा व शुक्ल दोनों ब्राम्हण हैं।
यदि दो ब्राम्हण सत्यनारायण शर्मा एवं रविन्द्र चौबे को मंत्री मंडल में लिया जाता है तो और किसी ब्राम्हण विधायक की राह वैसे भी कठिन हो जाती है। फिर सामान्य से लेकर अनुसूचित जाति, जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग सभी का संतुलन बनाए रखना भी जरूरी है।
भले ही वरिष्ठता के आधार पर अरुण वोरा या अमितेष शुक्ल मंत्री बनने की पात्रता रखे हों लेकिन मुख्यमंत्री को मिलाकर सरकार में तेरह मंत्री ही हो सकते हैं। इस सवैंधानिक व्यवस्था के सामने वोरा व शुक्ल दोनों की डगर आसान नहीं।

gramyatracg

 

नमस्कार

मैंने भारत को समृद्धि एवं शक्तिशाली बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी के सदस्यता अभियान के तहत प्राथमिक सदस्यता ग्रहण कर ली है।
आप भी भाजपा सदस्य बन विश्व की सबसे बड़ी पार्टी के साथ जुड़ सकते हैं।

https://narendramodi.in/bjpsadasyata2024/VUXFHF

#BJPSadasyata2024

Related Articles

Check Also
Close