August 2, 2025 |

NEWS FLASH

Latest News
कोरबा पुलिस की क्राइम मीटिंग: अपराध नियंत्रण और यातायात व्यवस्था पर जोरछत्तीसगढ़ अखबार वितरक संघ ने दी प्रदेश अध्यक्ष विनोद सिन्हा को श्रद्धांजलिखुशखबरी:महिलाओं को महतारी वंदन योजना की 1-1हजार रुपये की राशि जारीबालोद जिले के पेट्रोल पंपों में बिना हेलमेट के दो पहिया वाहन चालकों को नही मिलेगा पेट्रोलबालको की पहल से कृषि में आया बदलाव, पैदावार में वृद्धि और लागत में कमीबने खाबो बने रहिबो सघन जांच एवं जागरूकता अभियानकोरबा में भू-माफिया का नया खेल! कूट रचना कर हड़प रहा है गैर-आदिवासी की जमीन, तीन FIR के बाद भी बेलगाम चेतन चौधरीकेंद्रीय जलशक्ति मंत्री से मिले सीएम साय, बोधघाट परियोजना पर हुई चर्चाकोरबा : महिला मंडल सेवा समिति द्वारा पंडित रविशंकर शुक्ल नगर मे सावन उत्सव की रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम सम्पन्नपीएम मोदी कल करेंगे पीएम किसान सम्मान निधि के 20वीं किश्त का अंतरण
छत्तीसगढ़

अंबिकापुर : बस में महिला ने दिया बच्चे को जन्म, प्रसव के बाद ठण्ड में सड़क किनारे लेटी रही

Gram Yatra Chhattisgarh
Listen to this article

अंबिकापुर। सरगुजा क्षेत्र के ग्राम लहपटरा के पास शनिवार की सुबह एक महिला ने बस में बच्चे को जन्म दिया। प्रसव पीड़ा के बाद परिजन उसे सरकारी अस्पताल लेकर गए थे। यहां डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ द्वारा प्रसुता की हालत पर ध्यान नहीं देने के बाद परिजन उसे बस में लेकर अम्बिकापुर आ रहे थे।
इसी दौरान महिला ने बच्चे को जन्म दिया। प्रसव के बाद महिला को बस से उतारा गया और परिजनों ने सड़क किनारे आग जलाई और कड़ाके की ठंड के बीच वहां घंटों बैठे रहे। इसके बाद ऑटो लेकर वे अम्बिकापुर स्थित मेडिकल कॉलेज पहुंचे। अभी जच्चा और बच्चा की हालत सामान्य बताई जा रही है।
सरगुजा सांसद के गृह ग्राम जमगला से प्रसूता शांति गुप्ता पति अशोक गुप्ता 24 वर्ष को लेकर लखनपुर स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे परिजनों को सुविधा की जगह फटकार मिली। परिजनों का कहना है कि अनावश्यक सवाल-जवाब के बाद अस्पताल के स्टाफ अपने कमरे में चले गए।
जब किसी ने सुध नहीं ली तो परिजन प्रसूता को रायपुर से अंबिकापुर आ रही बस से लेकर अंबिकापुर आने के लिए निकले। बस लहपटरा पहुंची थी कि शिव मंदिर के प्रसूता ने बच्चे को जन्म दिया। इसकी जानकारी बस के स्टाफ को मिली तो उसने बस रोक दिया।
प्रसूता के परिजनों के आग्रह पर चालक उन्हें वहीँ उतार दिया था। इसके बाद नवजात और प्रसूता मंदिर के पास ही लगभग ढाई घंटे आग जलाकर कड़कड़ाती ठंड में बैठे रह गए। सुबह 7.30 बजे ऑटो से ये अपने घर के लिए रवाना हुए।

Related Articles

Check Also
Close