November 9, 2024 |

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छत्तीसगढ़

बस्तर में शाम को थम जाएगा प्रचार, केवल डोर-टू-डोर जनसंपर्क कर सकेंगे प्रत्याशी

नक्सल क्षेत्र में फोर्स कम, 294 मतदान केंद्र बदले, पहले चरण का मतदान 11 अप्रैल को

Gram Yatra Chhattisgarh
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रायपुर/ जगदलपुर। बस्तर लोकसभा में कुल आठ विधानसभा आते हैं। चार विधानसभा में तीन बजे और चार विधानसभा में शाम पांच बजे चुनाव प्रचार थम जाएगा। छत्तीसगढ़ में पहले चरण में शामिल बस्तर लोकसभा सीट में मंगलवार शाम से चुनाव प्रचार की गूंज पूरी तरह थम जाएगी। बस्तर क्षेत्र में प्रचार का समय समाप्त होने के बाद प्रत्याशी केवल डोर-टू-डोर जनसंपर्क कर सकेंगे। निर्वाचन आयोग के कार्यक्रम के अनुसार पहले चरण का मतदान 11 अप्रैल को होना है।
मतदान से पहले प्रशासनिक स्तर सभी तैयारियां पूरी हो गईं हैं। मतदान दल भेजे जा रहे हैं। इस बार फोर्स कम है और नक्सलियों ने पहले की तरह ही चुनाव बहिष्कार किया है। ऐसे में 294 अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों का स्थान बदला है। इन बूथों के करीब 1 लाख से अधिक मतदाताओं को वोट करने के लिए अपने गांव से 15 से 35 किलोमीटर दूर तक जाना होगा। यह वोट पड़ेंगे या नहीं इसमें भी संशय है। अब तक ऐसे मतदान केंद्रों पर कम ही मतदान होता रहा है। हेलिकॉप्टर से 142 मतदान केंद्रों पर मतदान दल जाएंगे। इनमें बस्तर 14, बीजापुर 85, नारायणपुर 31, सुकमा 40, कोंडागांव 2 मतदान दलों को हेलिकाप्टर से भेजा जा रहा है।
लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के लिए अब केवल कुछ ही घंटे बचे है। निर्वाचन आयोग के कार्यक्रम के अनुसार पहले चरण का मतदान 11 अप्रैल को होना है। ऐसे में प्रत्याशी इस सीट को जीतने के लिए पूरा दमखम दिखाएंगे। भाजपा ने जहां पूर्व विधायक बैदूराम कश्यप पर दांव खेला है। इधर कांग्रेस ने भी विधायक दीपक बैज को उतारा है। बैदूराम की इलाके में अच्छी पकड़ है। वहीं युवा नेता दीपक बैज की भी अच्छी छवि रही है। ऐसे में दोनों प्रत्याशियों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है। ऐसे में भाजपा-कांग्रेस के केडर वोट माइने रखेंगे। एकमात्र दंतेवाड़ा सीट पर ही कांग्रेस के विधायक हैं। निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है। पहले चरण के मतदान के लिए जगदलपुर के महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज में बनाये गए स्ट्रांग रूम से सभी केन्द्रों में मतदान दलों रवाना किया जा रहा है।
पैरामिलिट्री फोर्स तैनात, लेकिन हर बार की अपेक्षा कम
मतदान के लिए चुनाव आयोग लोगों को जागरूक कर रहा है। बोट पंडुम का नाम दिया गया है। लोगों से कहा जा रहा है कि वे मतदान जरूर करें, लेकिन बस्तर के ही 294 ऐसे अतिसंवेदनशील केंद्र हैं जिन्हें शिफ्ट कर दिया गया है। सुरक्षा के लिए पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती की गई है। हालांकि इस बार अपेक्षाकृत कम फोर्स बस्तर में आई हैं। ऐसे में सुरक्षित मतदान के लिए केंद्रों को शिफ्ट किया है। मतदान के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए इस बार 350 कंपनियां आई हैं, जबकि विधानसभा चुनाव में 500 कंपनियों की तैनाती बस्तर में की गई थी। चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न करवाने के लिए पांच सौ अतिरिक्त कपंनियों की जरूरत रहती है लेकिन पूरे देश में एक साथ चुनाव होने के कारण इतनी कंपनियां नहीं मिल पाई। अभी अफसर बस्तर में पहले से ही तैनात 50 हजार जवानों और अतिरिक्त बल के भरोसे ही चुनाव संपन्न करवा रहे हैं। यही कारण है कि इस बार लोकसभा चुनाव में इतनी संख्या में बूथों को शिफ्ट किया जा रहा है। बूथ शिफ्टिंग करने का मलाल स्थानीय अफसरों को भी है। आला अफसर कह रहे हैं कि पर्याप्त फोर्स मिलने पर वे एक भी बूथ शिफ्ट नहीं होने देते। औसतन एक बूथ पर अगर पांच सौ मतदाता भी हैं तो इस बार करीब 1 लाख 47 हजार मतदाताओं को अपना गांव छोड़कर मीलों सफर तय कर वोट देने के लिए मतदान केंद्र तक जाना होगा। पिछले चुनावों में जिन बूथों को शिफ्ट किया गया था उनमें से ज्यादातर में मतदान का प्रतिशत जीरो रहा या पांच से दस वोट ही पड़े। बदले गए मतदान केंद्रों में वोटिंग जीरो से दस प्रतिशत तक ही हुई। ऐसे में नक्सलियों की धमकी और विरोध के बीच इस बार भी वोट प्रतिशत कम होने की आशंका है।
159 मतदान दल को रवाना किया जाएगा। बस्तर लोकसभा में कुल 1879 मतदान केंद्र बनाए गए है। जिनमें 289 मतदान केंद्रों को शिफ्ट किया गया है। 741 मतदान केंद्रों को अति संवेदनशील केंद्र व 227 को संवेदनशील केंद्र के रूप में चिन्हांकित किया गया है। 27 संगवारी व 9 दिव्यांग मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में ऐसा रहेगा मतदान का समय
बस्तर लोकसभा के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में चार विधानसभा क्षेत्र कोडागांव, नारायणपुर, बस्तर और जगदलपुर में सुबह 7 बजे से दोपहर 5 बजे तक मतदान का समय रहेगा। वहीं चित्रकूट, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंटा में सुबह 7 से 3 बजे तक मतदान का समय होगा। दूसरे चरण में राजनांदगांव लोकसभा के मोहला मानपुर विधानसभा क्षेत्र में सुबह 7 बजे से 3 बजे तक मतदान होगा। वहीं महासमुंद लोकसभा के नक्सल प्रभावित विधानसभा ब्रिंद्रानवागढ़ विधानसभा क्षेत्र में छह मतदान केंद्रों 75, 77, 78, 90,121, 122 में सुबह 7 से 3 बजे तक मतदान का समय रहेगा। बाकि मतदान केंद्रों में 7 बजे से 5 बजे मतदान होगा। वहीं यहां के शेष सात विधानसभा क्षेत्रों में 7 बजे से 5 बजे तक मतदान होगा।
मतदान केंद्रों पर लोगों की सुरक्षा की पूरी व्यवस्था
आईजी विवेकानंद सिन्हा ने कहा कि लोकसभा क्षेत्र के कई केंद्रों को बदला है। इसके कई कारण हैं लेकिन जिन केंद्रों को शिफ्ट किया जा रहा है उनके मतदाताओं की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। कोशिश है कि वोट देने के लिए आने और जाने के समय मतदाताओं को कोई परेशानी न हो। यह भी कोशिश की जा रही है कि ज्यादा से ज्यादा लोग मतदान करें।

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