छत्तीसगढ़

पत्रकारिता की धूरी रहे स्व.रमेश पासवान के स्मृति में शहर के साहित्य भवन में पत्रकारिता सम्मान समारोह का किया गया आयोजन

किसी समय कोरबा के पत्रकारिता की धूरी रहे स्व.रमेश पासवान के स्मृति में शहर के साहित्य भवन में पत्रकारिता सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में कोरबा शहर के सभी प्रमुख पत्रकार सहित साहित्यकार मौजूद रहे। अपनी लेखनी के माध्यम से शोषित,दबे और कुचलों की आवाज बुलंद करने वाले स्व.रमेश पासवान को लेकर कार्यक्रम में मौजूद अतिथियों ने अपने वक्तव्य रखे। इस दौरान स्व.रमेश पासवार पत्रकार सम्मान का पुरुष्कार देशबंधु के पत्रकार सत्य नारायण पाल को दिया गया।

कोरबा जिले की पत्रकारिता को एक अलग मुकाम पर पहुंचाने वाले स्व.रमेश पासवान की स्मृति में पत्रकार सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। शहर के साहित्य भवन में कार्यक्रम का आयोजन किया गया जहां जिले के सभी प्रमुख पत्रकार और साहित्यकार मौजूद रहे। पत्रकार सम्मान समारोह की शुरुआत स्व.पासवान के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। कार्यक्रम में प्रेस क्लब कोरबा के संरक्षक कमलेश यादव,अध्यक्ष राकेश श्रीवास्तव,सचिव दिनेश राम,दैनिक लोकसदन के संपादक सुरेश चंद्र रोहरा, साहित्यकार युनूस दनियालपूरी,शहर अन्य लोग मौजूद रहे।

कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए वरीष्ठ पत्रकार सुरेश चंद्र रोहरा ने कहा,कि स्व.पासवान ने करीब साढ़े तीन दशक तक पत्रकारिता के क्षेत्र में काम किया। अपनी लेखनी के माध्यम से उन्होंने शोषित,दबे और कुचले लोगों की अवाज बुलंद की। उन्होंने कहा,कि ऐसे पत्रकार विरले ही मिलते है,जो अपना हित छोड़कर दूसरे के हितों की चिंता करते है।

कार्यक्रम की अगली कड़ी में कोरबा प्रेस क्लब कोरबा के संरक्षक व एसीएन न्यूज के संपादक कमलेश यादव ने कहा,कि स्व.रमेश पासवान जमीन से जुड़े पत्रकार थे जिन्होंने पत्रकारिता को एक नई पहचान दी। अलग अलग अखबारों में काम कर स्व.पासवान ने हिंदी पत्रकारिता को अलग पहचान दी।

कार्यक्रम के दौरान मौके पर मौजूद जनप्रतिनिधी धरम निर्मले ने बताया,कि स्व.पासवान से उनके घनिष्ठ संबंध रहे हैं। कोरबा के इतिहास के बारे में जितनी जानकारी उनके पास थी वो शायद ही किसी के पास होगी। अलग अलग विषयों पर उनकी जबरदस्त पकड़ थी और हर समय अलग अलग विषयों पर उनके लेख अखबारों के माध्यम से सामने आती रहती थी।

कोरबा के वरीष्ठ पत्रकार विकास जोशी ने स्व.पासवान के संबंध में जानकारी देते हुए कहा,कि वे विलक्षण प्रतिभा के धनी पत्रकार थे। उन्होंने उनके पिता के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के संबंध में जब लेख छापा तब उन्हें पता,चला कि उनके पिता ने देश को आजाद करने की दिशा में अपना योगदान दिया था।

कार्यक्रम में मौजूद कोरबा प्रेस क्लब के अध्यक्ष राकेश श्रीवास्तव ने स्व.पासवन के साथ अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा,कि हरिभूमि में दोनों ने एक सात्र पत्रकारिता की। स्व.पासवान रिपोर्टर के तौर पर काम करते थे जबकि वे उनके बाॅस हुआ करते थे। लेकिन पासवान जी में जो प्रतिभा थी वो उनके पास भी नहीं थी लिहाजा वे उनसे बहुत कुछ सीखा करते थे।

इस मौके पर कोरबा के वरीष्ठ साहित्यकार युनूस दनियालपूरी ने कहा,कि स्व.पासवान के पिताजी और मैं एक साथ एसईसीएल में काम किए है। स्व.रमेश पासवाल का जन्म एसईसीएल में हुआ और उनका लालन पालन भी यही हुआ। रमेश पासवान में शुरु से ही कुछ कर गुजरने की तमन्ना था। पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करते हुए उन्होंने अपनी अलग छाप छोड़ी और कोरबा को बताया,कि पत्रकारिता क्या होती है। अपनी कविताओं के माध्यम से उन्होंने स्व.पासवान का बखान किया।

कार्यक्रम के अंत में स्व.रमेश पासवान पत्रकारिता स्मृति सम्मान देशबंधु के वरीष्ठ पत्रकार स्व.सत्यनारायण पाल को दिया गया। कार्यक्रम के दौरान मौके पर बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।

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